नई दिल्ली: माननीय कौशल विकास एवं उद्यमिता और शिक्षा मंत्री, भारत सरकार – श्री धर्मेंद्र प्रधान एवं माननीय उपराज्यपाल, दिल्ली -श्री विनय कुमार सक्सेना ने नई दिल्ली नगरपालिका परिषद ( NDMC) द्वारा एनडीसीसी कन्वेंशन सेंटर, जय सिंह रोड, नई दिल्ली में आज आयोजित एक ‘प्रमाणपत्र वितरण समारोह’ में कौशल प्रशिक्षण के लिए 50 प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र वितरित किए। 05.08.2022 को प्रशिक्षण शुरू करने वाले 25,000 में से 1000 को आज प्रशिक्षण पूरा होने पर प्रमाण पत्र मिले ।
कौशल प्रशिक्षण प्रमाण पत्र वितरित करने और सभी प्रशिक्षुओं को बधाई देने के बाद, श्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि यह पहल एनएसडीसी और एनडीएमसी द्वारा उपराज्यपाल- दिल्ली, श्री विनय कुमार सक्सेना के मार्गदर्शन में की गयी एक बेहतर प्रयास है। भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए, यह कौशल विकास कार्यक्रम पूरे कार्यबल को राष्ट्र-निर्माण में योगदान देने में सक्षम बनाकर , भारत को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
श्री प्रधान ने आगे कहा कि जब हमारा देश आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में अमृत महोत्सव मना रहा है, ऐसे में हमारे युवाओं को विशेष रूप से विशेष प्रौद्योगिकी के समय में बदलते रोजगार – बाजार जैसे ब्लॉकचेन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग इत्यादि क्षेत्रों की मांगों को पूरा करने में सक्षम बनाने के लिए उन्हें कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने की तत्काल आवश्यकता है। । उन्होंने उपराज्यपाल-दिल्ली, मुख्य सचिव – दिल्ली और एनडीएमसी के साथ अन्य नगर निकायों से आग्रह किया कि वे 100 कौशल प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना करके दिल्ली को भारत की आदर्श कौशल प्रशिक्षण की राजधानी बनाएं।
माननीय उपराज्यपाल-दिल्ली, श्री सक्सेना ने विभिन्न क्षेत्रों में सभी 1000 कुशल प्रशिक्षुओं को बधाई देते हुए आशा व्यक्त की कि पूर्व शिक्षा को मान्यता (आरपीएल) कार्यक्रम के प्रमाण पत्र प्रशिक्षुओं के जीवन को बदलने और अधिक पैसा कमाने में मदद करने के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, जो उनके जीवन यापन में भी बदलाव करेंगे । उन्होंने मोची और कुम्हार समुदाय में कौशल विकास के ऐसे दो उदाहरण दिए, जिससे उनके जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव आए है । उन्होंने बताया कि खादी एवं ग्रामोद्योग निगम (केवीआईसी) के तहत जूतों की मरम्मत करने वालों के लिए एक कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया गया था,इसमें उनको शामिल किया गया था, जो रोजाना 200 रुपये से अधिक नहीं कमाते थे, लेकिन प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद वे 500-700 रुपये दैनिक कमाने योग्य बन गए है। उन्होंने आगे कुम्हारों का उदाहरण दिया जो अपने पारिवारिक / पैतृक व्यवसाय में लगे हुए थे और केवल एक उत्पाद ही बनाते थे लेकिन प्रशिक्षण के बाद वे 4-5 उत्पाद बनाकर अधिक कमा रहे है । असंगठित क्षेत्र के कुल 75,000 कारीगरों/अर्ध कुशल श्रमिकों को प्रशिक्षित किया जाएगा ।
श्री सक्सेना ने असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों और पारंपरिक कारीगरों के कौशल विकास पर जोर दिया और भारत के माननीय प्रधानमंत्री जी के ‘मन की बात’ प्रसारण को याद दिलाते हुए कहा कि स्किल इंडिया (कौशल भारत) एक मजबूत कौशल विकास प्रणाली को सशक्त करने की दिशा में एक समग्र दृष्टिकोण है। उन्होंने बताया कि बहुत जल्द सभी कुशल प्रशिक्षुओं को एक मंच पर इकट्ठा करने के लिए एक ऐप लॉन्च किया जाएगा ताकि विभिन्न सेवाओं की आवश्यकता वाले ग्राहकों तक इनकी पहुंच बनाई जा सके। श्री सक्सेना ने बताया कि विभिन्न व्यवसायों के प्रशिक्षुओं की संख्या मौजूदा 25,000 से बढ़ाकर 75,000 की जाएगी और उन्होंने श्री धर्मेंद्र प्रधान को उनके समर्थन और मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद दिया।
दिल्ली के माननीय उपराज्यपाल ने महिलाओं से आगे आने और सशक्तिकरण के लिए किसी भी क्षेत्र में कौशल प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए अप स्किलिंग प्रोग्राम में शामिल होने और मान्यता के बाद अपनी पूर्व शिक्षा के साथ अधिक कमाई करने का भी आग्रह किया।
नई दिल्ली नगरपालिका परिषद के अध्यक्ष श्री भूपिंदर सिंह भल्ला ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि एनडीएमसी ने राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के माध्यम से कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) के सहयोग से अप स्किलिंग प्रोग्राम के लिए संयुक्त पहल की है। श्री भल्ला ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ माननीय उपराज्यपाल-दिल्ली द्वारा अगस्त के पहले सप्ताह में प्रधानमंत्री कौशल केंद्र, मंदिर मार्ग, नई दिल्ली में किया गया था। रिकॉग्निशन ऑफ प्रायर लर्निंग (आरपीएल) कार्यक्रम के तहत लगभग 1000 व्यक्तियों के लिए कौशल प्रशिक्षण 05 से 27 अगस्त, 2022 तक आयोजित किया गया था। आज इन 1000 प्रशिक्षुओं में से 50 प्रशिक्षुओं ने समारोह में प्रमाण पत्र प्राप्त किए। श्री भल्ला ने आगे कहा कि भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के अंतर्गत पालिका परिषद एक निर्धारित लक्ष्य के तहत पहले चरण में 25000 लोगों को प्रशिक्षण दे रही है।
इस अवसर पर, मुख्य सचिव – दिल्ली सरकार, श्री नरेश कुमार, सचिव – कौशल विकास मंत्रालय, भारत सरकार, श्री राजेश अग्रवाल, राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के मुख्य ऑपरेटिंग अधिकारी – श्री वेद मणि तिवारी, सदस्य एनडीएमसी, श्री गिरीश सचदेवा, सचिव एनडीएमसी, श्री विक्रम सिंह मलिक और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
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