नई दिल्ली: कांग्रेस ने गुरुवार को मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने 2016 में जम्मू एवं कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पार किए गए सर्जिकल स्ट्राइक का राजनीतिकरण कर वोट बटोरने का काम किया।
कांग्रेस ने पिछले दो दशकों में किए गए इस तरह के सर्जिकल स्ट्राइक का ब्योरा पेश करते हुए कहा कि इस तरह के सर्जिकल स्ट्राइक देश में पहली बार नहीं हुए हैं।
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने सितंबर 2016 में हुए सर्जिकल स्ट्राइक का वीडिया जारी होने के बाद यह बयान दिया है।
सुरजेवाला ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सशस्त्रबलों के 70 साल की बहादुरी और बलिदान से भरे इतिहास का अपने भद्दे बयान से अपमान किया है।
शाह ने सात अक्टूबर 2016 को कहा था कि भारतीय सेना ने 68 वर्षो में पहली बार एलओसी पार कर दुश्मनों पर कार्रवाई की है।
सुरजेवाला ने कहा कि पिछले दो दशकों में अलग-अलग समय पर सर्जिकल स्ट्राइक की सटीकता भारतीय सशस्त्र बल के ²ढ़ संकल्प की विशेषता है।
सुरजेवाला ने सितंबर 2016 से पहले हुए कई सर्जिकल स्ट्राइक का भी ब्योरा पेश किया।
सुरजेवाला ने कहा, “हमें गर्व है कि हमारी सेना ने पिछले दो दशकों में विशेष रूप से वर्ष 2000 के बाद कई सर्जिकल स्ट्राइक की। 21 जनवरी 2000 को (नीलम नदी के पार नडाला एनक्लेव), 18 सितंबर 2003 (बरोह सेक्टर, पुंछ), 19 जून, 2008 (भट्टाल सेक्टर), 30 अगस्त से एक सितंबर 2011 (केल में नीलम नदी के पार शारदा सेक्टर), छह जनवरी 2013 (सावन पत्र चौकी), 27 से 28 जुलाई 2013 (नाजापीर सेक्टर), छह अगस्त 2013 (नीलम घाटी), 14 जनवरी 2014, 28 से 29 सितंबर 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक हुई।”
–आईएएनएस
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