नई दिल्ली | दिल्ली के निजामुद्दीन क्षेत्र में कोरोना संक्रमण का कोई ताजा मामला नहीं देखा गया है। क्षेत्र के लोगों चाहते हैं कि इस इलाके को अब खोला जाए, ताकि वे अपना काम-धंधा शुरू कर सकें। निगम पार्षद और हजरत निजामुद्दीन इलाके के मुखिया भी इस मुद्दे को लेकर लगातार सवाल उठा रहे हैं कि जब एक महीने से ज्यादा वक्त के बाद भी यहां कोरोना संक्रमण का कोई नया मामला नहीं आया है, तब भी इस इलाके को क्यों नहीं खोला जा रहा है?
दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के जॉइंट कमिश्नर डी.सी. श्रीवास्तव ने आईएएनएस को बताया, “डीएम और स्वास्थ्य विभाग के बीच बातचीत चल रही है और कोशिश की जा रही है कि जल्द से जल्द इस इलाके को खोला जाए।”
निगम पार्षद यास्मीन किदवई ने आईएएनएस से कहा, “यहां कोई कोरोना संक्रमित नहीं है तो फिर यह जगह अभी तक बंद क्यों रखी गई है? आपने पूरा दिल्ली खोल दिया है, तो आखिर क्या वजह है कि यह जगह बंद है? दूसरी तरफ, निजामुद्दीन बस्ती के बाहर अगर आप देखें तो एक समूचे इलाके को बंद कर दिया गया है। इस इलाके के बाहर से जो सड़क जाती है, वो निजामुद्दीन बस्ती के अलावा निजामुद्दीन ईस्ट व वेस्ट की तरफ जाती है। इस इलाके के बाहर से मथुरा रोड भी है। उसको एक तरफ से क्यों बंद किया गया है? तकलीफ के बीच ही लोगों की रमजान और ईद निकल गई। फिर भी आप इस रास्ते को क्यों नहीं खोल रहे हैं?”
उन्होंने कहा, “मैंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी चिट्ठी लिखी, मैंने एलजी को भी छुट्टी लिखी, जब उन्होंने नहीं सुना, तो मैंने पीएमओ ऑफिस में भी चिट्ठी लिखी। मैं मुख्यमंत्री के दफ्तर में लगातार फोन कर रही हूं, लेकिन कोई जवाब नहीं आया है। दफ्तर से कहा गया कि कोरोना की वजह से वह मिल नहीं रहे हैं। आप दोहरा रवैया नहीं अपना सकते। एक तरफ दिल्ली खुली हुई है दूसरी ओर बंद है। कोई बताए कि आखिर क्या वजह से इसके बंद होने की?”
हजरत निजामुद्दीन के मुखिया सयैद काशिफ अली निजामी ने आईएएनएस को बताया “ये बस्ती निजामुद्दीन का इलाका है, यहां दरगाह भी है। 70 दिन से इन्होंने बंद कर रखा है, सब जगह 21 दिन या 30 दिन में खुल जाता है। ये मथुरा रोड हाईवे भी बंद है और मेन रोड भी बंद है। जब से लॉकडाउन हुआ है, पूरे इलाके को बंद कर दिया है।”
उन्होंने कहा, “हम दिल्ली के मुख्यमंत्री और केंद्र सरकार से भी बात करना चाहते हैं। इस क्षेत्र में गरीब लोग रहते हैं, सभी व्यापार करते हैं। दुकानें चलाते हैं, बंद होने की वजह से बहुत परेशान हो रही है। इस तरह बंद रहा तो ये लोग खाएंगे क्या?”
मोहम्मद मक्की हुसैन इस इलाके में एक रेस्टोरेंट चलाते हैं। उन्होंने बताया, “केंद्र सरकार ने बोल दिया है कि अब दिल्ली सरकार जवाब दे कि क्यों बंद कर रखा है? यहां इंसान ही रहते हैं, कोई जानवर नहीं रहता। बहुत दिक्कत हो रही है। काम ठप पड़ा हुआ है।”
–आईएएनएस
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