नई दिल्ली:| कोरोना महामारी संक्रमण को देखते हुए कक्षा 9 से 12 तक छात्रों के सिलेबस में कटौती की गई है। मूल अवधारणाओं को बनाए रखते हुए पाठ्यक्रम को यथांसभव 30 प्रतिशत तक कम कर दिया गया है। यह कटौती केवल मौजूदा शैक्षणिक वर्ष तक सीमित रहेगी। फिलहाल इसका फायदा सिर्फ कक्षा 9 से 12 तक के स्कूली छात्रों को ही मिलेगा। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा, “कोरोना के कारण उत्पन्न हुए मौजूदा हालात को देखते हुए सीबीएसई के सिलेबस में कक्षा 9 से 12 तक 30 प्रतिशत कटौती करने का निर्णय लिया गया है। सीबीएसई के सिलेबस में यह कटौती के केवल इसी वर्ष 2020-21 के लिए मान्य होगी।”
निशंक ने कहा, “कोरोना महामारी के मद्देनजर पूरे देश के शिक्षाविदों से सिलेबस में कटौती के विषय पर मैंने ठोस सुझाव आमंत्रित किए थे। मुझे यह बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि इस विषय पर देश भर के 1500 से अधिक शिक्षाविदों ने अपने सुझाव भेजे हैं।”
दरअसल कोरोना महामारी के कारण इस वर्ष स्कूलों के कार्य दिवस काफी कम हो गए हैं। अगस्त माह तक स्कूल खुलने की संभावना बेहद कम है। अधिकांश छात्रों को ऑनलाइन माध्यमों से ही शिक्षा प्रदान की जा रही है। ऐसे में अब स्वयं छात्र, अभिभावक और शिक्षक भी छात्रों के पाठ्यक्रम को कम किए जाने किए जाने के पक्षधर हैं।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा, “कोरोना के कारण पूरे देश में उत्पन्न हुए असाधारण स्थिति को देखते हुए सीबीएसई को सलाह दी गई है कि वह अपने पाठ्यक्रम का पुनर्निधारण करें और सिलेबस को कम किया जाए।”
घटाया गया पाठ्यक्रम बोर्ड परीक्षाओं और आतंरिक मूल्यांकन के लिए निर्धारित विषयों का हिस्सा नहीं होगा। विद्यालय प्रमुख और अध्यापक विभिन्न विषय संयोजित करने के लिए विद्यार्थियों को घटाई गई विषय-वस्तु की भी व्याख्या करना सुनिश्चित करेंगे। संशोधित पाठ्यक्रम सीबीएसई की शैक्षणिक वेबसाइट पर उपलब्ध होगा।
— आईएएनएस
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