गांधी दर्शन के विशेषज्ञ पद्मश्री डॉ श्याम सिंह शशि ने भारत के संविधान तथा गांधीजी के रामराज्य विषय पर बोलते हुए कहा गांधीवाद विक्रय की वस्तु नहीं है, उसका मूल्यांकन नंदलाल बोस के रेखा चित्रों तथा भारतीय संस्कृति के परिप्रेक्ष्य में करना होगा उसके 22 भागों के चित्र 1950 के संस्करण के बाद किसी सरकार ने क्यों नहीं छापे ? क्या किसी को राम-सीता, श्रीकृष्ण, बुद्ध, महावीर , सुभाष,गांधी आदि से परहेज था, जिनके चित्र पहले संस्करण के बाद हटा दिए गए। वेबिनार में संविधान- विशेषज्ञ डॉ शिव शंकर अवस्थी ,भूदेव शर्मा, संतोष खन्ना आदि ने ने अपने विचार व्यक्त किये
आई.डी.सी फाउंडेशन व रिसर्च फाउंडेशन के प्रतिष्ठित सदस्य डॉ अजीत त्यागी, एस.के त्यागी, डॉ मोहम्मद मौज़्ज़म, डॉ परितोष ,सुरेश त्यागी डा.अनिल , विजय गौड़ आदि ने भाग लिया ।
अंत में डॉक्टर ममता सिंह ने सभी का आभार व्यक्त किया वेबिनार का आयोजन आई.डी.सी फाउंडेशन व रिसर्च फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में लाइव फेसबुक द्वारा किया गया
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