✅ Janmat Samachar.com© provides latest news from India and the world. Get latest headlines from Viral,Entertainment, Khaas khabar, Fact Check, Entertainment.

गुरदासपुर उपचुनाव : कांग्रेस की शानदार जीत, भाजपा की करारी हार

 

गुरदासपुर: विधानसभा चुनाव में मिली जीत को बरकरार रखते हुए पंजाब की सत्तारूढ़ कांग्रेस ने रविवार को गुरदासपुर लोकसभा सीट पर शानदार जीत दर्ज की है। अधिकारियों के अनुसार, कांग्रेस उम्मीदवार सुनील जाखड़ ने 1.93 लाख वोटों से अधिक के अंतर से चुनाव जीत लिया है।

जाखड़ रविवार सुबह शुरू हुई मतगणना के शुरुआती रुझानों से ही बढ़त बनाए हुए थे।

कांग्रेस के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने गुरदासपुर, चंडीगढ़ और अन्य स्थानों में पटाखे फोड़कर और मिठाइयां बांटकर परिणाम घोषित होने से पहले ही जीत का जश्न मनाना शुरू कर दिया था।

जाखड़ को उनके विरोधियों द्वारा निर्वाचन क्षेत्र से ‘बाहरी व्यक्ति’ करार दिया गया था। जीत के बाद जाखड़ ने संवाददाताओं से कहा, “हम कांग्रेस की सकारात्मक नीतियों के कारण चुनाव जीते हैं। लोगों को पार्टी पर भरोसा है।”

पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके सहयोगी शिरोमणि अकाली दल (शिअद) की जन-विरोधी नीतियों की पूर्ण अस्वीकृति के रूप में इस ‘अभूतपूर्व’ जीत का स्वागत किया।

अमरिंदर सिंह ने कहा, “कांग्रेस के उम्मीदवार की भारी जीत से पता चलता है कि जनता ने भ्रष्ट और अनैतिक भाजपा और शिअद को पूरी तरह खारिज कर दिया है।”

उन्होंने कहा, “1.93 लाख से अधिक मतों के अंतर से हुई यह जीत न केवल 2014 में भाजपा के विनोद खन्ना के खिलाफ कांग्रेस उम्मीदवार प्रताप सिंह बाजवा की 1.36 लाख मतों से हुई हार की भरपाई करती है, बल्कि 1980 में सुखबंस कौर भिंडर (कांग्रेस) की जीत के रिकॉर्ड को भी तोड़ती है, जिन्होंने 1.51 लाख मतों से जीत दर्ज की थी।”

इस सीट पर 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत हुई थी। इस सीट पर चार बार सांसद रहे विनोद खन्ना के अप्रैल में निधन के बाद यह सीट खाली हो गई थी।

आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार मेजर जनरल सुरेश कुमार खजूरिया (सेवानिवृत्त) को हार का सामना करना पड़ा है।

हालिया विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज कर सत्ता में आई कांग्रेस पर चुनाव में धांधली करने का आरोप लगाते हुए खजूरिया मतगणना केंद्र छोड़कर चले गए थे।

वोटों की गिनती गुरदासपुर और पठानकोट शहरों में बने केंद्रों में की गई। उपचुनाव में 11 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई थी।

लगभग 15.22 लाख पंजीकृत मतदाताओं में से करीब 56 प्रतिशत ने इस चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था, हालांकि 2014 के आम चुनाव में हुए 70 प्रतिशत मतदान के मुकाबले इस बार काफी कम मतदान हुआ।

–आईएएनएस

About Author