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खड़गे

गौड़ा, खड़गे और भाजपा के 2 उम्मीदवार राज्यसभा के लिए निर्वाचित

बेंगलुरू| मैदान में कोई अन्य उम्मीदवार नहीं होने से जनता दल (सेकुलर) सुप्रीमो एच. डी. देवेगौड़ा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और सत्तारूढ़ भाजपा के नेता अशोक गस्ती व इरन्ना कडाडी को कर्नाटक से राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया। एक चुनाव अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। रिटनिर्ंग ऑफिसर एम. के. विशालाक्षी ने यहां एक बयान में कहा, “गौड़ा, खड़गे, गस्ती और कडाडी को जेडी-एस के कुपेंद्र रेड्डी, कांग्रेस के बी. के. हरिप्रसाद और राजीव गौड़ा और भाजपा के प्रभाकर कोरे के स्थान पर उच्च सदन में सीटें भरने के लिए सर्वसम्मति से विधिवत निर्वाचित किया गया है, जिनका कार्यकाल 25 जून को समाप्त हो रहा है।”

हालांकि राज्यसभा चुनाव 19 जून को निर्धारित किया गया था, लेकिन रिटनिर्ंग अधिकारी ने नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि शुक्रवार को ही बीत जाने के बाद परिणाम घोषित कर दिए, क्योंकि मैदान में कोई अन्य उम्मीदवार नहीं था।

पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा (87) विपक्षी कांग्रेस के समर्थन से उच्च सदन के लिए चुने गए। उनकी क्षेत्रीय पार्टी के पास 225 सदस्यीय राज्य विधानसभा में केवल 34 विधायक हैं और सीट प्राप्त करने के लिए आवश्यक 44 वोटों में से 10 वोट फिर भी कम थे।

स्पीकर सहित भाजपा के 117 विधायक होने के साथ, गस्ती और कडाडी की जीत निश्चित थी और इसे औपचारिक तौर पर घोषित किया जाना बाकी था।

चूंकि खड़गे कांग्रेस के एकमात्र उम्मीदवार थे, इसलिए उनकी जीत भी सुनिश्चित थी, क्योंकि पार्टी के पास 68 विधायक हैं।

गौड़ा जून 1996 से अप्रैल 1997 तक प्रधानमंत्री चुने जाने के 24 साल बाद दूसरी बार राज्यसभा में प्रवेश कर रहे हैं।

गौड़ा तुमकुर लोकसभा सीट से भाजपा के जी. एस. बसवराज से मई 2019 के आम चुनाव में हार गए थे। हालांकि उनके पोते प्रज्वल गौड़ा ने जेडी-एस के गढ़ हासन से भाजपा नेता ए. मंजू को हराया।

वहीं 77 वर्षीय खड़गे ने राज्य के उत्तरी क्षेत्र में गुलबर्गा आरक्षित लोकसभा सीट से भाजपा के उमेश यादव से 2019 का आम चुनाव हारने के एक साल बाद पहली बार उच्च सदन में प्रवेश किया।

खड़गे 2014-19 के बीच लोकसभा में कांग्रेस के नेता रह चुके हैं। इसके अलावा वह 2009 से 2014 तक संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं।

पेशे से वकील 55 वर्षीय गस्ती, नाई समुदाय से हैं और बेंगलुरू से करीब 490 किलोमीटर दूर राज्य के उत्तरी क्षेत्र रायचूर जिले से हैं।

अधिकारी ने कहा, विधि (कानून की पढ़ाई) में स्नातक गस्ती पार्टी के पूर्व रायचूर जिला परिषद अध्यक्ष हैं। कडाडी और गस्ती पार्टी के जमीनी स्तर के नेता हैं।

कडाडी (50) राज्य के उत्तर-पश्चिमी बेलगावी जिले के गोकक से हैं। वह राजनीतिक रूप से प्रमुख लिंगायत समुदाय के एक मजबूत नेता हैं, जो कि सत्तारूढ़ पार्टी का वोट बैंक है। वह पार्टी के बेलगावी जिले के जिला परिषद अध्यक्ष हैं।

–आईएएनएस

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