नई दिल्ली | नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने गुरुवार को कहा कि सोमवार से शुरू होने वाली घरेलू यात्री उड़ान सेवाओं में विभिन्न मार्गों के लिए एक न्यूनतम और अधिकतम किराया निर्धारित किया गया है। घरेलू परिचालन को फिर से शुरू करने की योजना का विस्तार करते हुए उन्होंने कहा कि महामारी के कारण आने वाली विशेष मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।
नई किराया संरचना के तहत हवाईमार्गों को यात्रा के समय के आधार पर सात वर्गों में विभाजित किया गया है। ऐसे प्रत्येक वर्ग में न्यूनतम और अधिकतम किराया निर्धारित किया गया है।
अब दिल्ली से मुंबई के बीच हवाईयात्रा की कीमत 25 मई से 24 अगस्त तक तीन महीने के लिए 3,500 रुपये से 10,000 रुपये तक तय की गई है।
मंत्री ने गुरुवार को एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि समर शेड्यूल की लगभग एक तिहाई क्षमता (33.3 प्रतिशत) के साथ 25 मई से मेट्रो शहरों के बीच यात्री उड़ानें संचालित करने की अनुमति दी गई है।
उड़ानों की संख्या को बाद की समयावधि में पूरा किया जा सकता है।
इसके अलावा ब्रीफिंग के दौरान यह खुलासा किया गया है कि इन परिचालन की छोटी अवधि के कारण घरेलू उड़ानों के संचालन के लिए एयर क्रू-मेंबर्स को एकांतवास में रखने की कोई आवश्यकता नहीं है।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा एयरलाइंस और यात्रियों के लिए विस्तृत दिशानिर्देश के बाद ब्रीफिंग आयोजित की गई थी।
दिशानिर्देशों में ऐसे लोगों को यात्रा करने से बचने के लिए कहा गया है, जिनका स्वास्थ्य कमजोर है। इनमें काफी बुजुर्ग नागरिकों के साथ ही गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं।
इसके अलावा यह कहा गया कि हवाईअड्डे पर किसी भी तरह की फिजिकल चेक-इन काउंटर की अनुमति नहीं होगी।
दिशानिर्देशों में कहा गया है कि केवल उन्हीं यात्रियों को वेब चेक-इन की अनुमति है, जिन्हें एयरपोर्ट में प्रवेश करने की अनुमति होगी।
नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा कि एक सेल्फ डिक्लेरेशन या आरोग्य सेतु एप की मदद से यात्रियों के कोरोनावायरस के लक्षणों से मुक्त होने का पता लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आरोग्य सेतु एप पर लाल स्टेट्स वाले यात्रियों को यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
वहीं अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के सवाल पर पुरी ने कहा, “घरेलू उड़ानों को शुरू करने के हमारे अनुभव के आधार पर हमें कुछ प्रक्रियाओं में बदलाव करना पड़ सकता है, तभी हम अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के बारे में सोचेंगे।”
वहीं उड़ानों के मार्गों (फ्लाइट रूट्स) की बात करें तो इसे सात वर्गों में विभाजित किया गया है, पहला 40 मिनट से कम की उड़ान, दूसरा 40 से 60 मिनट की उड़ान, तीसरा 60 से 90 मिनट की उड़ान, चौथा 90 से 120 मिनट की उड़ान, पांचवां 120 से 150 मिनट की उड़ान, छठा 150 से 180 मिनट की उड़ान और सातवें वर्ग में 180 से 210 मिनट तक की उड़ानों को निर्धारित किया गया है।
पुरी ने कहा कि कोरोनावायरस के खतरे के मद्देनजर सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) समेत तमाम तरह की सावधानियां बरती जाएंगी। उन्होंने कहा कि हवाईअड्डे के अंदर, विमान के अंदर और हवाईअड्डे से गंतव्य तक जाने के लिए प्रोटोकॉल बनाए गए हैं।
इसके अलावा भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने यात्रियों को प्रस्थान से दो घंटे पहले हवाईअड्डा पहुंचने की सलाह दी है।
इसकी मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) ने यात्रियों को आरोग्य सेतु मोबाइल एप रखने की सलाह दी है।
एसओपी ने कहा कि टर्मिनल में प्रवेश करने से पहले सभी यात्रियों को थर्मल चेक इन के लिए जाना होगा।
भारत ने सोमवार, 25 मई से घरेलू यात्री उड़ानों के संचालन को फिर से शुरू करने की अनुमति दी है।
कोविड-19 के प्रकोप के मद्देनजर राष्ट्रव्यापी बंद लागू होने के कारण 25 मार्च से यात्री घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों उड़ानों के लिए यात्री हवाई सेवाओं को निलंबित कर दिया गया था।
–आईएएनएस
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