नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार पर प्राइवेट सेक्टर में नौकरी करने वाले कर्मचारीयों के भविष्य को बर्बाद करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि घर का पता ‘लोक कल्याण मार्ग’ रख लेने से लोगों का कल्याण नहीं होता। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को ट्वीट कर कहा, “घर का पता ‘लोक कल्याण मार्ग’ रख लेने से लोगों का कल्याण नहीं होता।”
प्रधानमंत्री ने साढ़े 6 करोड़ कर्मचारियों के वर्तमान और उनके भविष्य को बर्बाद करने के लिए ‘महंगाई बढ़ाओ, कमाई घटाओ’ मॉडल को लागू किया है।
दरअसल प्राइवेट सेक्टर में नौकरी करने वाले कर्मचारीयों को साढ़े 6 करोड़ कर्मचारियों अभी पीएफ पर मिलने वाले ब्याज की दर कई दशकों के सबसे निचले स्तर पर है। ईपीएफओ ने 2021-22 के लिए पीएफ के ब्याज की दर 8.1 फीसदी तय किया है। यह 1977-78 के बाद पीएफ पर ब्याज की सबसे कम दर है। इससे पहले 2020-21 में पीएफ पर 8.5 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा था। फिस्कल ईयर 2020-21 में पीएफ के ब्याज की दर में कोई बदलाव नहीं किया गया था.इससे ठीक एक साल पहले 2019-20 में इस ब्याज दर को 8.65 फीसदी से घटाकर 8.5 फीसदी किया गया था।
हालांकि ये उम्मीद की जा रही है कि जल्दी ही वित्त मंत्रालय से मंजूरी मिल जाएगी। इस बार ऐसे कर्मचारियों को पीएफ पर मिलने वाले ब्याज के लिए साल के अंत तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। खबरों की मानें तो सरकार त्योहारी सीजन शुरू होने से पहले ही सभी पीएफ खाताधारकों को ब्याज का पैसा ट्रांसफर करने वाली है। इस संबंध में प्रस्ताव पहले ही तैयार हो चुका है और अब बस वित्त मंत्रालय की मुहर लगने की देरी है।
–आईएएनएस/
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