नई दिल्ली| जामिया मिलिया इस्लामिया भी शैक्षणिक सत्र 2022-23 से स्नातक पाठ्यक्रमों में छात्रों को एडमिशन देने के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) को अपनाएगा। सोमवार को विश्वविद्यालय के शीर्ष अधिकारियों की बैठक में यह निर्णय लिया गया है। जामिया विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि चुनिन्दा स्नातक कोर्स में एडमिशन सीयूईटी के माध्यम होगा। विश्वविद्यालय ने इसके बारे में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को भी सूचना दे दी है। गौरतलब है कि दिल्ली विश्वविद्यालय, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय समेत अधिकांश केंद्रीय विश्वविद्यालय कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट को पहले ही लागू कर चुके हैं। इन विश्वविद्यालयों ने अपनी अकादमिक काउंसिल और एग्जीक्यूटिव काउंसिल में कॉमन एंट्रेंस टेस्ट के प्रस्ताव को पारित किया है।
हालांकि जामिया मिलिया इस्लामिया ने अभी तक इस बाबत कोई कदम नहीं उठाया था। जामिया के कुछ प्रोफेसर का यह भी कहना था कि जामिया एक अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थान है, इसलिए यहां इस प्रकार के प्रावधान लागू नहीं किए जाएंगे। हालांकि अब विश्वविद्यालय ने अपनी स्पष्ट स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा है कि जामिया भी कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट लागू करने जा रहा है। इसके साथ यह भी स्पष्ट किया गया है कि इसी वर्ष शुरू होने वाले शैक्षणिक सत्र 2022-23 से ही से ही लागू होगा।
अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए कॉमन एंट्रेंस टेस्ट का प्रावधान लागू करने के साथ ही जामिया विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों को सलाह दी है कि वे पाठ्यक्रम और अन्य विवरण के बारे में अपडेट के लिए विश्वविद्यालय की वेबसाइट को नियमित रूप से देखें। विश्वविद्यालय का कहना है कि जो छात्र उन पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन करने के इच्छुक हैं, उन्हें सीयूईटी के साथ-साथ जेएमआई के ऑनलाइन फॉर्म भी भरने होंगे।
सोमवार को एक अधिकारिक जानकारी देते हुए जामिया विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा कि पिछली प्रक्रिया के अनुसार विश्वविद्यालय जेईई में स्कोर के आधार पर बी.टेक पाठ्यक्रम में छात्रों को एडमिशन देगा और बीडीएस पाठ्यक्रम में एडमिशन एनईईटी में स्कोर के आधार पर किया जाएगा। बी.टेक उम्मीदवारों को जेईई के अलावा, जेएमआई फॉर्म भी भरना अनिवार्य है।
दरअसल केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने फैसला किया है कि देश के सभी 45 केंद्रीय विश्वविद्यालयों के स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए एक सामान्य प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाएगी। यूजीसी का कहना है कि यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) शिक्षा के ‘समानीकरण’ की दिशा में एक बड़ा कदम है।
राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी यानी एनटीए ने विश्वविद्यालय मैं दाखिले के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट की अधिसूचना जारी कर दी है। देश भर के सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए एडमिशन यह फॉर्म 2 अप्रैल से वेबसाइट पर उपलब्ध होंगे। एडमिशन के लिए कॉमन एंट्रेंस टेस्ट का फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 30 अप्रैल 2022 है।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानी यूजीसी के चेयरमैन एम जगदीश कुमार ने बताया कि कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट जुलाई के प्रथम सप्ताह में कराने की योजना है। यह परीक्षाएं जुलाई के प्रथम सप्ताह में ली जानी हं,ै लेकिन जुलाई मैं होने वाली इन परीक्षाओं की स्टीक डेट अभी तय नहीं की जा सकी है।
–आईएएनएस
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