नई दिल्ली:आम आदमी पार्टी के शिक्षक संगठन दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन ( डीटीए ) ने एसओएल के प्रिंसिपल प्रोफेसर यू. एस. पाण्डेय को पत्र लिखकर एसओएल के एकाउंट सेक्शन में असिस्टेंट के पद पर कार्यरत्त शशि नेगी का कोरोना से देहांत हो गया। इनके दो बच्चे हैं। दो बच्चों में से किसी एक को उनकी योग्यता के आधार पर नोकरी दिए जाने की मांग की है। बता दें कि पति की पहले ही सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो चुकी है।
डीटीए प्रभारी डॉ. हंसराज ‘सुमन’ ने बताया है कि मुक्त शिक्षा विद्यालय ( एसओएल ) में लगभग बीस वर्षों से एकाउंट सेक्शन में असिस्टेंट के पद पर कार्यरत्त शशि नेगी का कोरोना संक्रमण से 28 अप्रैल को देहांत हो गया। कुछ साल पहले ही एक सड़क दुर्घटना में इनके पति की भी मृत्यु हो गई थी। शशि अपने दोनों बच्चों सहित अपनी माँ के साथ रह रही थीं ,बच्चों की नानी ही इनकी देखभाल करती थीं लेकिन शशि नेगी की मृत्यु के बाद ही कोरोना की लहर में उनकी एक मात्र सहारा उनकी नानी भी चल बसी। अब बच्चों को परवरिश करने वाला कोई नहीं है। उन्होंने बताया है कि शशि नेगी का एक बेटा बारहवीं कक्षा में तथा बेटी बीएससी सेकेंड ईयर में पढ़ रही हैं।दोनों बच्चों के सामने रहने व आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है । स्थिति यह है कि आज इनके पास ना तो रहने के लिए घर है और न ही परिवार में कोई दूसरा सदस्य ही है जो इनकी देखभाल कर सकें।
डॉ. सुमन ने यह भी बताया है कि शशि नेगी अपनी माँ के साथ ही किराये पर रहती थीं। आज इन बच्चों के पास परिवार के किसी परिजन का हाथ इनके सिर पर नहीं है। इनका कोई नहीं है जो इन्हें अपने पास रख लें। उन्होंने पत्र में लिखा है कि एसओएल की ओर से इन बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाए और दोनों बच्चों में से किसी एक को एसओएल में अनुकंपा के आधार पर नोकरी दी जाए ताकि ये बच्चे अपने पैरों पर खड़े हो समाज में सम्मान के साथ जी सकें। डॉ. सुमन ने प्रिंसिपल डॉ. पाण्डेय से फोन पर बात की है और मांग की है कि जो राशि शशि नेगी को संस्थान / एसओएल की ओर से दी जाने वाली है उसका बकाया वेतन / अन्य राशि जल्द से जल्द दी जाए जिससे ये बच्चे अपना परिवार चला सकें।
डॉ. सुमन ने बताया है कि प्रोफेसर पाण्डेय ने उन्हें बताया है कि कुछ शिक्षकों व कर्मचारियों के सहयोग से शशि नेगी के इन बच्चों की आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए कर्मचारियों ने मिलकर कुछ धन राशि एकत्रित की है जिसे वे उन्हें देंगे । साथ ही उनकी सकारात्मक सोच कि कोरोना महामारी समाप्ति के बाद एसओएल की गवर्निंग बॉडी में चेयरमैन के पास इनकी नोकरी संबंधी फाइल पर विचार कर उन्हें अनुकंपा के आधार पर सर्विस दिए जाने की पूरी कोशिश होगी । साथ ही जो भी शशि नेगी की बकाया राशि है उनके परिजनों/ दोनों बच्चों को दे दी जाएगी।
और भी हैं
सीएम आतिशी ने रोहिणी में नये स्कूल का उद्घाटन किया, कहा- ‘हर बच्चे को वर्ल्ड क्लास शिक्षा देना हमारा मकसद’
दिल्ली : आम आदमी पार्टी ने जारी की उम्मीदवारों की पहली सूची
दिल्ली में प्रदूषण से हाल बेहाल, कई इलाकों में एक्यूआई 400 पार