नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के नॉर्थ कैंपस में कला संकाय के समक्ष पांच महीने पहले वीर सावरकर, भगत सिंह और नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमाएं हटाए जाने के बाद छात्र संगठनों के बीच काफी बवाल हुआ था। अब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के नेतृत्व वाली दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स यूनियन (डूसू) की ओर से इन प्रतिमाओं को कैंपस में वापस लाने की कोशिश की जा रही है।
डीयू प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, इसके लिए एक आधिकारिक अनुरोध तीन सप्ताह पहले डीयू प्रॉक्टर के कार्यालय को मिला है।
एबीवीपी के नेतृत्व वाले छात्र निकाय की डीयू नॉर्थ कैंपस के कला संकाय में दिल्ली का सबसे ऊंचा तिरंगा स्थापित करने की भी योजना है। हालांकि, अभी तक इसके लिए कोई औपचारिक अनुरोध नहीं किया गया है।
डूसू के एक सदस्य ने आईएएनएस से पुष्टि की कि डूसू के तीन सदस्यों ने डीयू प्रॉक्टर नीता सहगल को एक पत्र लिखकर मांग की है कि कला संकाय के बाहर लगाई गई प्रतिमाओं को परिसर में वापस लाया जाए।
उन्होंने यह भी मांग की कि इस बार डूसू कार्यालय के बाहर ये प्रतिमाएं लगाई जाएं, जोकि कला संकाय से कुछ ही कदम की दूरी पर हैम।
इस अनुरोध पर अंतिम निर्णय कुलपति और विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर द्वारा लिया जाएगा।
पिछले वर्ष 20 अगस्त को निवर्तमान डूसू अध्यक्ष शक्ति सिंह द्वारा विश्वविद्यालय अधिकारियों की अनुमति के बिना ही यह प्रतिमाएं स्थापित कर दी गई थीं। अन्य छात्र संगठनों के विरोध करने पर इन्हें पांच दिन बाद ही हटा दिया गया था।
–आईएएनएस
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