नई दिल्ली: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव भी आज शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में किए गए केजरीवाल सरकार के विश्व चर्चित कामों को देख मुरीद हो गए। वे आज सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ मोतीबाग स्थित सर्वाेदय विद्यालय सीनियर सेकेंडरी स्कूल और मोहम्मदपुर स्थित आम आदमी मोहल्ला क्लीनिक को देखने पहुंचे थे। इस दौरान सीएम के. चंद्रशेखर राव ने कहा कि दिल्ली के शिक्षा मॉडल को सीखने के लिए वे अपने शिक्षकों को दिल्ली भेजेंगे। हम कम खर्चे में दिल्ली से ही ज्ञान प्राप्त कर सकेंगे। दिल्ली में शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में किए गए प्रशंसनीय काम पूरे देश में फैलना चाहिए और पूरे देश में होना चाहिए, ताकि लोगों का भला हो सके। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने वाकई में स्कूलों में बहुत ही प्रशंसनीय और अदभुत कार्य किया है। सीएम के. चंद्रशेखर राव ने मोहल्ला क्लीनिक का दौरा करने के उपरांत कहा कि कुछ साल पहले दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक से फीडबैक लेकर हमने हैदराबाद शहर में दवाखाना खोला और लोगों को लाभ पहुंच रहा है। आम जनता के लिए काम करके कामयाबी हासिल करना बड़ा मुश्किल होता है, लेकिन जिस तरह से अरविंद केजरीवाल को कामयाबी मिली है, वो बहुत प्रशंसनीय है। वहीं, सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव आज दिल्ली सरकार के स्कूल और मोहल्ला क्लीनिक देखने आए। यह हमारे लिए बहुत ही हर्ष और गर्व की बात है। उन्होंने एक-एक चीज को डिटेल में जाना। एक मुख्यमंत्री होते हुए भी उनका इंटरेस्ट शिक्षा के मुद्दों पर दिखाई दिया, वो बहुत अच्छा लगा।
दिल्ली सरकार का प्रयास बहुत ही प्रशंसनीय है, उसके नतीजे भी देखने को मिल रहे हैं- के. चंद्रशेखर राव
सीएम के. चंद्रशेखर राव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि शिक्षा के मामले में दिल्ली सरकार का जो प्रयास हुआ है, वो बहुत ही प्रशंसनीय है। उसके नतीजे भी देखने को मिल रहे हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि अन्य राज्यों में छात्रों के मॉर्क्स पर अधिक ध्यान दिया जाता है, लेकिन दिल्ली सरकार ने मार्क्स से हटकर बच्चों को बिजनेस करने, उनको इंटरप्रिंयोर बनाने प्रयास किया है और बच्चों को नौकरी तलाशने की बजाय नौकरी देने का रास्ता बताने का काम किया है। मैंने बच्चों से बात भी की। सरकार के इन प्रयासों से उनको काफी कामयाबी भी मिली है। बच्चों की सोच और विचार ही बदल गया है। इस प्रकार का सरकार द्वारा प्रयास आमतौर पर देश में नहीं हो रहा है। दिल्ली सरकार द्वारा जो कुछ भी किया है, आगे चलकर इसका परिणाम बहुत ही अच्छा मिलेगा। कुछ दिन पहले, संभवतः दिल्ली विधानसभा का चुनाव के दौरान कुछ मीडिया वाले कनॉट प्लेस में आम महिलाओं से इंटरव्यू ले रहे थे। वो लोग कह रहे थे कि बिना किसी फिक्र के अब वो लोग अपने बच्चों का दाखिला दिल्ली सरकार के स्कूलों में करा सकते हैं। हमारा खर्चा भी कम पड़ेगा और हमारे बजट में बचत हो जाएगी। उस दिन यह सुनकर बड़ी प्रसन्नता मिली। दिल्ली सरकार में वाकई में बहुत ही सराहनीय, प्रशंसनीय और अदभुत कार्य हुआ है। मैं इसके लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी को तहे दिल से बधाई देता हूं। दिल्ली के नागरिक खुशकिस्मत हैं कि इतनी अच्छी सेवाएं उनको मिल रही है। ऐसे प्रयास हर जगह होने चाहिए। अगर ऐसा हो जाए, तो हमारे हिन्दुस्तान का कल्याण हो जाए। दिल्ली सरकार ने काफी अच्छा प्रयास किया है। दिल्ली सरकार को शिक्षकों को ट्रेनिंग देने के लिए अन्य देशों में भेजना पड़ा। दिल्ली सरकार ने करिकुलम, एक्टिविटिज और बच्चों को एंटरप्रिंयोर बनाने के तौर-तरीके सीखने के बारे में काफी प्रयास किया है। अब हम कम खर्चे में दिल्ली से ही ज्ञान प्राप्त कर सकेंगे। जो दिल्ली के स्कूलों में काम हुआ है, वैसा पूरे देश के स्कूलों में होना चाहिए।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री दिल्ली सरकार का एक स्कूल देखने आए, हमारे लिए यह बहुत ही हर्ष और गर्व की बात है- अरविंद केजरीवाल
वहीं, मीडिया से बातचीत करते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज तेलंगाना के सीएम साहब दिल्ली आए हैं और वो दिल्ली सरकार का एक स्कूल देखने के लिए आए। हमारे लिए यह बहुत ही हर्ष और गर्व की बात है। हम उनका तहे दिल से दिल्ली सरकार और पूरी दिल्ली की जनता की ओर से स्वागत करते हैं। उनके साथ उनके मंत्री, सांसद और विधायक भी आए हुए हैं। हम उनकी पूरी टीम का स्वागत करते हैं। हमने उनको अपना पूरा स्कूल दिखा। उन्होंने बहुत समय दिया और एक-एक चीज को डिटेल में पूछी। हमें यह अच्छा लगा कि एक मुख्यमंत्री होते हुए भी उनका इंटरेस्ट शिक्षा के मुद्दों पर दिखाई दिया, वो बहुत अच्छा लगा।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, तेलंगाना के सीएम श्री के. चंद्रशेखर राव जी के साथ दिल्ली सरकार के विश्व स्तरीय मोहल्ला क्लीनिक और स्कूलों का दौरा किया, सारी सुविधाएं देखकर वे बहुत खुश हुए। भारत तभी आगे बढ़ेगा, जब हम एक दूसरे के अच्छे कामों से सीखेंगे।’’
सीएम के. चंद्रशेखर राव ने जाना केजरीवाल सरकार के स्कूलों में हुए बदलाव की कहानी
इससे पहले, तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव आज शाम करीब 5 बजे सीएम अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के साथ मोतीबाग स्थित सर्वोदय विद्यालय सीनियर सेकेंडरी स्कूल पहुंचे जहां उनका भव्य स्वागत किया। सीएम के. चंद्रशेखर के साथ सांसद नामा नागेश्वर राव, मंत्री प्रशांत रेड्डी, सांसद वेंकटेश नेथा, सांसद रंजीत रेड्डी, राज्यसभा सदस्य संतोष कुमार और विधायक एमआर आनंद भी थे। उन्होंने अपनी टीम के साथ पूरे स्कूल का भ्रमण कराया। सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि आज दिल्ली सरकार के स्कूल प्राइवेट स्कूलों से भी ज्यादा शानदार हो गए हैं। अब प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे वहां से अपना नाम कटवा कर हमारे सरकारी स्कूलों में दाखिला ले रहे हैं। हमने दिल्ली में सभी करीब 1100 स्कूलों को शानदार बना दिया है, जिसमें 16 लाख बच्चे पढ़ते हैं। अभी इस साल 3.7 लाख बच्चों ने प्राइवेट स्कूलों से अपना नाम कटवा कर हमारे सरकारी स्कूलों में दाखिला लिया है। जिसके बाद अब सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या और अधिक हो गई है।
इस दौरान दिल्ली के शिक्षा निदेशक द्वारा सीएम के. चंद्रशेखर राव और उनकी पूरी टीम को प्रजेंटेशन के जरिए स्कूलों में हुए बदलाव की कहानी को बताया गया। उन्होंने बताया कि सबसे पहले, दिल्ली सरकार ने सभी स्कूलों के प्रिंसिपल के साथ बैठक की और उनसे कहा गया कि दिल्ली के बच्चों को विश्व स्तरीय शिक्षा देना है। इस पर सभी प्रिंसिपल को अपना विजन तैयार करके देने के लिए कहा गया। दिल्ली के 54 स्कूलों के प्रिंसिपल ने अपना एक विजन तैयार करके दिया। उस विजन को लेकर सरकार ने सरकारी स्कूलों में क्रांतिकारी बदलाव की शुरूआत की। आज दिल्ली सरकार अपने बजट का 25 फीसद शिक्षा पर खर्च करती है। सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपल और शिक्षकों को सिंगापुर, फिनलैंड और कैंब्रिज के आईआईएम में भेजा गया। इसके अलावा, स्कूलों में मेंटर टीचर प्रोग्राम, टीचर डेवलेपमेंट को-आर्डिनेशन, क्लस्टर लीडरशीप डेवलेपमेंट प्रोग्राम आदि चलाए जा रहे हैं। इस दौरान सीएम के. चंद्रशेखर राव को सरकारी स्कूलों में चल रहे हैप्पीनेस क्लास और देशभक्ति क्लास के बारे में बताया गया कि कैसे शिक्षक हैप्पीनेस क्लास के जरिए बच्चों में सकारात्मकता भरते हैं और नकारात्मकता को दूर करते हैं और देशभक्ति क्लास के जरिए किस से बच्चों को कट्टर देशभक्त और अपने देश पर गर्व करना सीखाया जा रहा है। सीएम के. चंद्रशेखर राव को एंटरप्रिन्योरशिप माइंडसेट कॉरिकुलम के बारे में भी बताया गया। जिसके अंतर्गत बिजनेस ब्लॉस्टर्स प्रोग्राम चालू किया गया है। इसके तहत दिल्ली सरकार हर बच्चे को दो-दो हजार रुपए देती है और उन्हें बिजनेस आइडियाज पर काम करने के लिए प्रोत्साहित करती है। जो बच्चे बिजनेस आइडिया लेकर आते हैं और आगे बिजनेस करना चाहते हैं, उन्हें मदद करने के लिए इंवेस्टर्स समिट आयोजित किया जाता है। जिसमें देश भर के बड़े-बड़े बिजनेसमैन को बुलाया जाता है। उनको जिन बच्चों के बिजनेस आइडिया पसंद आता है, उसमें वो पैसे निवेश करते हैं। दिल्ली सरकार ने सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपल को वित्तीय और फैसले लेने का अधिक अधिकार भी दिया है।
हैप्पीनेस करिकुलम
भावनाओं के विज्ञान पर आधारित, यह पाठ्यक्रम वैज्ञानिक तरीके से बच्चों में भावनात्मक लचीलापन बनाने का प्रयास करता है। इसका मुख्य उद्देश्य बच्चों में आलोचनात्मक सोच और पूछताछ के कौशल को विकसित करना, बच्चों को स्वतंत्र और रचनात्मक रूप से खुद को व्यक्त करने के लिए सशक्त बनाना, एक सार्वभौमिक संदर्भ में शिक्षा के लिए समग्र दृष्टिकोण विकसित करना है।
देशभक्ति करिकुलम
यह पाठ्यक्रम बच्चों के बीच हमारे देश के लिए नागरिकता और गर्व की सच्ची भावना पैदा करना चाहता है। इसका लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि हर बच्चा हमारे देश के लिए गर्व महसूस करे। बच्चों को देश की महिमा के बारे में सिखाया जाता है। प्रत्येक बच्चे को देश के प्रति उनकी जिम्मेदारी और कर्तव्य से अवगत कराया जाता है। बच्चों में देश के लिए योगदान और बलिदान के लिए तैयार रहने की प्रतिबद्धता पैदा करें।
शिक्षा और स्वास्थ्य की अच्छी सेवाएं मजदूर वर्ग और गरीब लोगों को मिल जाए, तो देश का कल्याण हो जाएगा- के. चंद्रशेखर राव
वहीं, तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव ने मोहल्ला क्लीनिक देखने के उपरांत मीडिया से बातचीत में कहा कि पांच-छह साल पहले जब मैं दिल्ली आया था, तो हमारे एक मित्र ने बताया कि मोहल्ला क्लीनिक में बहुत अच्छी सेवा कर रहे हैं, तो मैंने अपने अधिकारियों को मोहल्ला क्लीनिक देखने के लिए भेज दिया। उन्होंने मोहल्ला क्लीनिक आकर देखा और यहां के अधिकारियों और लोगों से बात भी की। हमें बहुत अच्छा फीडबैक मिला। लोगों ने बताया कि इससे हमारा कल्याण हो रहा है। इसी चीज को लेकर हमने हैदराबाद शहर में हमने दवाखाना खोला है और लोगों को लाभ मिल रहा है। शिक्षा और स्वास्थ्य की अच्छी सेवाएं मजदूर वर्ग और गरीब लोगों को मिल जाए, तो देश का कल्याण हो जाएगा। आज दिल्ली शहर में स्कूल और मोहल्ला क्लीनिक देखा है। यह बहुत ही प्रशंसनीय काम हुआ है। इसके अलावा, मोहल्ला क्लीनिक और पॉलीक्लीनिक का जो काम चल रहा है, वो बहुत अच्छा है। मोहल्ला क्लीनिक में कुछ सेवाएं उपलब्ध है, जिसमें दवाई और टेस्ट आदि उपलब्ध है। इससे आगे लोग पॉलीक्लीनिक जा रहे हैं। यहां से एक नया चीज सीखने को मिला है कि मोहल्ला क्लीनिक में रिटायर्ड और प्राइवेट डॉक्टरों को भी मौका दिया जा रहा है। मैंने डॉक्टर साहब से बात किया, मुझे बहुत संतुष्टि मिली। एक शिफ्ट में 90 से लेकर 110 तक मरीज उनके पास आ रहे हैं। वे लोग बहुत ही अनुशासन पूर्वक काम कर रहे हैं। मैं अरविंद केजरीवाल जी का अभिनंदन करता हूं कि उन्होंने इनोवेटिव तरीके से शिक्षा और स्वास्थ्य मामले में खासतौर से गरीब तबके लिए जो काम किया है, वो उन तक पहुंच रहा है। लोग भी संतुष्ट हैं। इस कामयाबी के लिए अरविंद केजरीवाल जी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। आम जनता के लिए काम करके कामयाबी हासिल करना बड़ा मुश्किल काम होता है, लेकिन फिर जिस तरह से अरविंद केजरीवाल जी को कामयाबी मिली है, वो बहुत प्रशंसनीय है। यह पूरे देश में फैलना चाहिए और पूरे देश में होना चाहिए, ताकि लोगों का भला हो सके।
सीएम के. चंद्रशेखर राव ने केजरीवाल सरकार के चार स्तरीय हेल्थ केयर डिलीवरी सिस्टम को समझा
तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव अपनी पूरी टीम के साथ मोतीबाग स्थित सर्वाेदय विद्यालय सीनियर सेकेंडरी स्कूल का दौरा करने के उपरांत आर.के. पुरम के मोहम्मदपुर स्थित आम आदमी मोहल्ला क्लीनिक पहुंचे। यहां भी उनके साथ सीएम अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन समेत वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। यहां अधिकारियों ने सीएम के. चंद्रशेखर राव को बताया कि दिल्ली की जनता को उनके घर के पास गुणवत्ता युक्त प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश से आम आदमी मोहल्ला क्लिनिक (एएएमसी) बनाया गया है। घर के पास मोहल्ला क्लीनिक की सुविधा उपलब्ध होने से स्थानीय लोग तबीयत खराब होने पर 10 से 15 मिनट के अंदर पहुंच कर प्राथमिक इलाज प्राप्त कर सकते हैं। आने वाले समय में ऐसे एक हजार मोहल्ला क्लीनिक खोले जाने हैं। अधिकारियों ने बताया कि स्वास्थ्य सेवाओं के गैप को भरने के लिए दिल्ली सरकार ने चार स्तरीय स्वास्थ्य देखभाल वितरण प्रणाली बनाई गई है। पहला, आम आदमी मोहल्ला क्लीनिक, जहां छोटी-मोटी बीमारियों के लिए प्राथमिक इलाज की सुविधा उपलब्ध है। दूसरा, मल्टी स्पेशलिटी पॉली क्लिनिक हैं, जहां डायग्नोस्टिक्स सहित विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा ओपीडी परामर्श दिया जाता है। तीसरा, मल्टी-स्पेशलिटी अस्पताल हैं, जिसे पहले माध्यमिक स्तर का अस्पताल कहा जाता था और चौथा, सुपर-स्पेशलिटी अस्पताल हैं। सीएम के. चंद्रशेखर राव को बताया गया कि मोहल्ला क्लीनिकों में सारे टेस्ट फ्री होते हैं। कहीं से कोई आकर मोहल्ला क्लीनिक में इलाज करा सकता है। किसी से यह नहीं पूछा जाता है कि वो अमीर है या गरीब है। इस दौरान दवा लेने आए मरीजों ने से भी उन्होंने बात की, जहां लोगों ने अपने सुखद अनुभवों को साझा किया।
आम आदमी मोहल्ली क्लीनिक का उद्देश्य
केजरीवाल सरकार का विजन है कि गुणवत्तापूर्ण प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने और लोगों को सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज (यूएचसी) प्रदान करने के लिए प्रौद्योगिकी नवाचारों और बहु हितधारक भागीदारी को जोड़ना है। एएएमसी का मिशन है कि लोगों को उनके घर के पास ही बुनियादी प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को उपलब्ध कराया जाए और सभी स्वास्थ्य देखभाल जरूरतों को पूरा किया जाए।
दिल्ली सरकार के विभिन्न हिस्सों में 488 आम अदमी मोहल्ला क्लीनिक संचालित हैं, जो 24 घंटे काम करते हैं। सितंबर 2022 तक 200 और एएएमसी को का करने लगेगे। इसके अलावा, फरवरी 2023 तक 100 और एएएमसी को संचालित किया जाएगा। आम आदमी मोहल्ला क्लीनिकों की शुरूआत होने से जनवरी 2022 तक ओपीडी में 5,48,94,925 से अधिक मरीजों को देखा गया है। करीब 230 तरह की जांच की सुविधा उपलब्ध है, जबकि 140 तरह की दवाएं मोहल्ला क्लीनिकों में निःशुल्क उपलब्ध है।
पंजाब के सीएम भगवंत मान ने भी दिल्ली सरकार के स्कूल और अस्पताल का किया था दौरा
इससे पहले, अप्रैल महीने में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी केजरीवाल सरकार द्वारा शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में किए गए क्रांतिकारी बदलावों को देखने के लिए दिल्ली आए थे। सीएम भगवंत मान के साथ पंजाब के शिक्षा और स्वास्थ्य मंत्री और संबंधित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी साथ थे। इस दौरान सीएम भगवंत मान ने केजरीवाल सरकार के कई स्कूलों और मोहल्ला क्लीनिकों को दौरा कर उनके में किए गए बदलावों को समझा। उन्होंने दिल्ली मॉडल को पंजाब में भी लागू करने की बात कही थी। पंजाब सरकार भी दिल्ली सरकार की तरह अपने शिक्षकों और प्रधानचार्यों को ट्रेनिंग देगी और सरकारी स्कूलों को बेहतर बनाने के लिए दिल्ली से आइडिया लेगी। पंजाब सरकार पंजाब के सरकारी स्कूलों को ऐसा मॉडल स्कूल बनाने के प्रयास में जुटी है, जहां दिल्ली की तरह ही अमीर-गरीब के बच्चे एक ही बेंच पर पढ़ सकेंगे। पंजाब सरकार और दिल्ली सरकार के बीच नॉलेज शेयरिंग एग्रीमेंट किया गया है। एग्रीमेंट के तहत पंजाब और दिल्ली सरकार, दिल्ली और पंजाब के लोगों की तरक्क़ी के लिए एक-दूसरे के अच्छे कामों को सीखेंगे। इस एग्रीमेंट को भारत के इतिहास में एक नया प्रयोग माना जा रहा है। देश में यह एक नई तरह की पहल है कि दो सरकारें मिलकर जनता के हितों के लिए काम करेंगी। पंजाब सरकार ने नॉलेज शेयरिंग एग्रीमेंट को एक ऐतिहासिक कदम बताया है।
तमिलनाडु के सीएम स्टालिन भी केजरीवाल सरकार के शिक्षा-स्वास्थ्य मॉडल के हैं मुरीद
केजरीवाल सरकार द्वारा शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में किए गए क्रांतिकारी कार्यों की चर्चा आज अपने देश में ही नहीं, पूरी दुनिया भर में हो रही है। पंजाब के सीएम भगवंत मान से पहले बीते अप्रैल के पहले सप्ताह में, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन भी केजरीवाल सरकार के स्कूलों और मोहल्ला क्लीनिकों को देखने आए थे और वे भी केजरीवाल सरकार के स्कूलों और मोहल्ला क्लीनिकों को देख कर मुरीद हो गए। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने स्वयं सीएम एम.के. स्टालिन को दिल्ली सरकार के स्कूलों और मोहल्ला क्लीनिकों का दौरा कराया था। सीएम एम.के. स्टालिन ने चेन्नई में एक विश्व स्तरीय सरकारी मॉडल स्कूल स्थापित करने की बात कही है। साथ ही, सीएम अरविंद केजरीवाल को अग्रिम रूप से तमिलनाडु आने का निमंत्रण भी दिया, जिसे सीएम अरविंद केजरीवाल से स्वीकार भी किया है।
केजरीवाल सरकार के स्कूलों और अस्पतालों में हुए विश्व चर्चित बदलावों को देखने के लिए अब तक देश-विदेश से कई बड़ी हस्तियां दिल्ली आ चुकी हैं। जिन्होंने केजरीवाल सरकारी स्कूलों का भ्रमण किया और जाना कि कैसे स्कूलों में हुए क्रांतिकारी बदलाव से बच्चों के सपने उड़ान भरने लगे हैं। विदेश से आई प्रमुख हस्तियों में मेलानिया ट्रम्प (यूएसए की पहली महिला) नीदरलैंड के किंग विलियम अलेक्जेंडर और रानी मैक्सिमा, अफगानिस्तान के शिक्षा मंत्री असदुल्ला हनीफ बल्खी, यूएई के शिक्षा मंत्री मो. हुसैन इब्राहिम अल हम्मादी, बांग्लादेश के प्राथमिक और जन शिक्षा राज्य मंत्री मोहम्मद जाकिर हुसैन शामिल हैं। वहीं, भारत के कई राज्यों से आई प्रमुख हस्तियों में तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के अलावा महाराष्ट्र के उच्च शिक्षा मंत्री प्राजकत तानपुरे, महाराष्ट्र के राज्य मंत्री संजय बंसोडे, मणिपुर के शिक्षा मंत्री ठॉकचोम राधेशम, ओड़िसा के शिक्षा मंत्री समीर रंजन दास, मध्यप्रदेश के शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी, मेघालय के शिक्षा मंत्री लखमेन रिंबुई, लद्दाख हिल काउंसिल के शिक्षा प्रभारी पार्षद कोंचोक स्टेनज़िन, पुंडुचेरी के शिक्षा मंत्री आर कमलकनन, नागालैंड के शिक्षा मंत्री के. तोकुघा सुखालू शामिल हैं।
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