नई दिल्ली| दिल्ली में बीते 24 घंटे के दौरान कोरोना के 494 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान दिल्ली में कोरोना वायरस से 13 व्यक्तियों की मृत्यु भी हो गई। दिल्ली में 40 व्यक्तियों में कोरोना के नए स्ट्रेन केस का पता लगाया गया है। इन सभी व्यक्तियों को एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से अधिकांश व्यक्ति वह है जो या तो इंग्लैंड से आए थे या फिर इंग्लैंड से आए लोगों के संपर्क में आए थे। दिल्ली सरकार ने उम्मीद जताई है दिल्ली में कोरोना संक्रमण के प्रति दिन सामने आने वाले मामले 500 से कम बने रहेंगे। शनिवार को कोरोना की वर्तमान स्थिति के बारे में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, “दिल्ली में शुक्रवार को 585 नए केस सामने आए थे। दिल्ली में सकारात्मकता दर 0.73 प्रतिशत रही और सकारात्मकता दर में लगातार गिरावट आ रही है। हमें उम्मीद है कि दिल्ली में प्रतिदिन आ रहे नए केस की संख्या भी 500 से कम रहेगी।”
दरअसल शनिवार को सामने आई टेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली में बीते कई महीनों के बाद कोरोना वायरस के मामले 500 से कम आए हैं। दिल्ली सरकार ने सभी दिल्ली वासियों से अभी भी कोरोना से अभी भी कोरोना को लेकर पूरी सावधानी बरतने की अपील की है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने मास्क लगाने, आवश्यक दूरी बनाए रखने समेत कोरोना की रोकथाम के लिए अपनाए जा रहे सभी उपायों को बरकरार रखने की अपील की।”
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, “अस्पतालों में बेड की उपलब्धता कम करने के बावजूद अभी भी 10,500 से 11,000 बेड खाली हैं। वर्तमान में केवल 2000 बेड पर ही मरीज हैं। जहां तक नए स्ट्रेन का सवाल है, दिल्ली में 40 केस का पता लगाया गया है और उन्हें एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।”
इसके साथ ही दिल्ली सरकार ने 4 निजी अस्पतालों को भी इसके लिए अधिकृत किया है। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि इसे लेकर हम पूरी तरह से गंभीर हैं और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तरह से तैयार हैं।
सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली के अंदर लोगों के लिए दवाइयां और इलाज मुफ्त है, कोरोना वैक्सीन भी बिल्कुल मुफ्त दी जाएगी। दिल्ली में तीन जगह वेंकटेश्वर अस्पताल, जीटीबी अस्पताल और दरियागंज की डिस्पेंसरी में शनिवार को कोरोना वैक्सीन का ड्राइ रन किया गया।
दिल्ली सरकार एक दिन में एक लाख लोगों को वैक्सीन लगाने की तैयारी कर चुकी है। वैक्सीन सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों दी जाएगी और पहले चरण में 51 लाख लोगों को वैक्सीन देने का लक्ष्य है। सभी वैक्सीन केंद्रों को अस्पतालों के साथ जोड़ा गया है, ताकि अगर वैक्सीन का दुष्प्रभाव पड़ता है, तो मरीज को तत्काल इलाज दिया जा सके।
–आईएएनएस
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