गुरुग्राम | कोरोनावायरस महामारी के बीच अतिरिक्त सावधानी बरतते हुए गुरुग्राम प्रशासन ने शुक्रवार सुबह दिल्ली से लगी सीमा को पूरी तरह से सील कर दिया है। इसके कारण सिरहौल, डूंडाहेड़ा और नाथूपुर सीमाओं पर अफरातफरी मच गई। गुरुग्राम के कुछ निवासी जो लॉकडाउन के बाद दिल्ली में फंसे हैं, वे गुरुग्राम वापस जाना चाहते हैं। उनमें से कई ने पुलिस से मदद की गुहार लगाई, लेकिन गुरुग्राम पुलिस ने इंकार कर दिया।
समालखा के एक विधायक , दिल्ली के बीमार एक पुलिस कर्मी और एक नर्सिग स्टाफ को भी सुबह 10 बजे सिरहौल सीमा पर गुरुग्राम में प्रवेश करने से मना कर दिया गया। हालांकि वैध स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर बार-बार अनुरोध करने पर पुलिस ने उन्हें दो घंटे बाद प्रवेश की अनुमति दे दी।
गुरुग्राम (डीएलएफ सीटी) के एसीपी करण गोयल ने कहा, “हमने केवल उन यात्रियों को अनुमति दी है, जो आवश्यक सेवाओं से जुड़े हैं।”
गोयल ने कहा, “हमने मेडिकल स्टाफ, पुलिस कर्मियों, मीडियाकर्मियों और आवश्यक सेवाओं से जुड़े अन्य कर्मचारियों को अपने शहरों में रहने को कहा, जहां वे कार्यत हैं। अंतर्राज्यीय यात्रा की अनुमति नही मिलेगी।”
जिले को ऑरेंज जोन घोषित होने के बाद, गुरुग्राम प्रशासन अतिरिक्त सावधानी बरत रहा है।
गुरुग्राम जिले में कोरोनावायरस के 57 पॉजिटिव मामले हैं, जिनमें से 38 को ठीक कर अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है।
गुरुग्राम के अलावा, नूह और पानीपत भी ऑरेंज जोन घोषित हुए हैं, जबकि सोनीपत और फरीदाबाद अभी रेड जोन में हैं।
–आईएएनएस
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