नई दिल्ली| दिल्ली में नगर निगम के चुनावों की तारीखों को आगे टाले जाने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, चुनाव आयोग को भाजपा के दबाव में नहीं आना चाहिए था। दरअसल बुधवार शाम राज्य आयुक्त एसके श्रीवास्तव ने कहा कि केंद्र सरकार ने कुछ निर्देश आए हैं, इस कारण इन तारीखों का ऐलान नहीं हो सका। कुछ बदलाव भी होने हैं। जिनकी कानूनी रूप से जांच किया जाना बाकी है। हालांकि दिल्ली में चुनाव 18 मई से पहले कराने होंगे और अगले 5 से 7 दिनों में दिल्ली में चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है।
अरविंद केजरीवाल सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि, भाजपा भाग गयी। एमएसडी चुनाव टाल दिया, हार मान ली दिल्ली वाले खूब गुस्सा हैं। कह रहे हैं इनकी हिम्मत कि चुनाव ना करायें? अब इनकी जमानत जब्त करायेंगे हमारे सर्वे में अभी 272 में से 250 सीट आ रहीं थीं। अब 260 से ज्यादा आएंगी पर चुनाव आयोग को भाजपा के दबाव में नहीं आना चाहिए था।
राज्य चुनाव आयोग की तरफ से यह भी जानकारी दी गई है कि, केंद्र सरकार की ओर से एक पत्र प्राप्त हुआ है। दिल्ली की तीनों निगमों को एक किया जा सकता है। इसलिए उपराज्यपाल के लिखित पत्र को लीगल ओपिनियन के लिए भेजा है।
दिल्ली की तीन नगर निगमों की कुल 272 वार्ड है, इस बार के नगर निगम चुनावों में 10.4 करोड़ से अधिक मतदाता हैं। साल 2017 के नगरपालिका चुनावों में भाजपा ने प्रभावशाली जीत दर्ज की थी और राजधानी के तीन निगमों में 272 वाडरें में से 181 जीत दर्ज की थी। वहीं, आप को दूसरा और कांग्रेस को तीसरा स्थान मिला था।
एमसीडी तीन नगर निगमों में विभाजित है, उत्तरी और दक्षिणी दिल्ली नगर निगमों में प्रत्येक में 104 वार्ड हैं जबकि पूर्वी दिल्ली नगर निगम में 64 वार्ड हैं।
–आईएएनएस
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