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दिल्ली पुलिस ने अंतरराज्यीय हथियार गिरोह का किया भंडाफोड़

नई दिल्ली| दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने मंगलवार को कहा कि उसने एक अंतरराज्यीय अवैध हथियार सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है और एक हथियार सप्लायर साजिद को गिरफ्तार किया है। पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) अपराध शाखा मोनिका भारद्वाज ने कहा कि पुलिस ने 12 अत्याधुनिक सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौल भी बरामद की हैं, जो शाहरुख और हासिम बाबा गैंग को सप्लाई की जा रही थीं। भारद्वाज ने बताया कि एसटीएफ क्राइम ब्रांच की टीम ने उत्तर प्रदेश के मथुरा निवासी साजिद को गिरफ्तार किया है। उसने कहा कि 7 जून को एक मुखबिर के माध्यम से एक सूचना मिली थी कि अवैध हथियारों की एक बड़ी खेप की डिलीवरी दक्षिणी दिल्ली के छतरपुर में छतरपुर पहाड़ी बस स्टॉप, 100 फुटा रोड के पास की जाएगी, जहां शाहरुख के गिरोह का कोई व्यक्ति या हासिम बाबा साजिद से अवैध हथियारों की खेप लेने आता था।

डीसीपी ने कहा, “साजिद ने दिल्ली और एनसीआर में अवैध हथियारों की आपूर्ति की। हथियार आपूर्तिकर्ता के आने के बाद टीम ने रिसीवर का इंतजार किया लेकिन कोई नहीं आया। जब आपूर्तिकर्ता ने मौके से हटना शुरू किया, तो उसे पुलिस टीम के सदस्यों ने दबोच लिया। उसके बैग की तलाशी लेने पर 12 सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौल बरामद किए।”

उन्होंने आगे बताया कि पूछताछ के दौरान साजिद ने खुलासा किया कि वह एक गरीब परिवार से है। उसके गांव के कई लोग हथियारों की आपूर्ति के कारोबार में थे और अच्छी कमाई कर रहे थे। वह अपने गांव के इन लोगों के संपर्क में आया, जो पिस्तौल खरीदते थे। मध्य प्रदेश के दूरदराज के इलाकों में और उन्हें दिल्ली और एनसीआर में बेच दिया।

डीसीपी ने बताया, “साजिद ने माल ढोने का काम शुरू किया और मध्य प्रदेश के खरगोन और सेंधवा से पिस्टल लेकर अपने गांव के मुख्य हथियार डीलर के निर्देश पर गैंगस्टरों या अपराधियों को सप्लाई करता था। साजिद को हथियार सप्लाई करने के एवज में 15 हजार रुपये मिलते थे और वह पहले भी कई बार अवैध हथियारों की सप्लाई कर चुका है।”

डीसीपी ने यह भी जानकारी दी कि “इस बार वह मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के रहने वाले आजाद से अवैध खेप लेकर आगे की आपूर्ति के लिए दिल्ली आ गया। अवैध हथियारों की खेप मिलने के बाद साजिद मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करता था। जरूरत पड़ने पर वे किसी भी राहगीर से मोबाइल उधार लेकर मुख्य डीलर तक संदेश पहुंचा देते थे। गिरोह ने मध्य प्रदेश के दूरदराज के इलाकों खरगोन, धूलकोट और सेंधवा से कम कीमत पर पिस्टल खरीदी और उन्हें दिल्ली और एनसीआर के गैंगस्टरों को ऊंचे दाम पर बेच दिया।”

–आईएएनएस

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