नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में एक करोड़ के करीब ट्रैफिक चालान पेंडिंग है इस चौकाने वाले तथ्य की पुष्टि करते हुए अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश कंवलजीत अरोड़ा सदस्य सचिव दिल्ली राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरण ने बताया कि राजधानी दिल्ली में बढ़ते हुए चालान से आम जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था l इसलिए ट्रैफिक की आज रविवार की लोकअदालत अपने आप में महत्वपूर्ण है l न्यायाधीश अरोड़ा दिल्ली राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरण के निर्देशन में नई दिल्ली जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण द्वारा पटियाला हाउस में आयोजित लोक अदालत के अवसर पर बोल रहे थे l एक प्रश्न का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि नियमों का पालन करने प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है l इसी स्वच्छ सोच से स्वच्छ समाज बनता है l कोर्ट में आकर एक अवसर मिलता है कि आप बता सके कि किस हालत में क़ानून का पालन ना हो सका l कोर्ट हालत की संवेदनशीलता को ध्यान में रखकर यथोचित निर्णय देता है l
वर्चुवल कोर्ट में चालान घर बैठे जमा कराया जा सकता है और विशेष बात यह है कि ट्रैफिक चालान के मामले में कोर्ट में वकील लाना आवश्यक नहीं है l उन्होंने सखी स्टॉप सेंटर को महिलाओं को जागरूक करने की प्राधिकरण की महत्वपूर्ण गतिविधि बताते हुए कहा कि इसके माध्यम से महिलाये अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होकर लाभांन्वित होती है l
पटियाला हाउस कोर्ट में भारी संख्या में लोगों ने आकर ना केवल अपने चालान का निपटान कराया अपितु ऐसे लोग जिन्होंने अपना वोटर कार्ड बनवाना था या संशोधन करवाना था , उन्होंने भी वोटर कार्ड काउंटर से सुविधा का लाभ उठाया l नई दिल्ली जिला प्राधिकरण के सचिव न्यायाधीश सुमित आनंद ने सभी काउंटर पर जाकर निरीक्षण किया , लाभार्थियों से भी भेंट की एवं लोक अदालत की सुचारु व्यवस्था में आपेक्षित कदम उठा कर लोक अदालत को सफल बनाया l लोक अदालत की पूरी सफल व्यवस्था में अतिरिक्त सचिव दिल्ली राज्य विधिक सेवायें प्राधिकरण नमृता अग्रवाल अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश के कुशल मार्गदर्शन की सदस्य सचिव कँवल जीत अरोड़ा ने मुक्त कंठ से प्रशंशा की l
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