✅ Janmat Samachar.com© provides latest news from India and the world. Get latest headlines from Viral,Entertainment, Khaas khabar, Fact Check, Entertainment.

दिल्ली में कंटेनमेट जोन की संख्या क्यों बढ़ रही (Exclusive)

नई दिल्ली| राष्ट्रीय राजधानी में 160 से ज्यादा कंटेनमेंट जोन हो गए हैं, जोकि एक रिकार्ड संख्या है। दिल्ली सरकार के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, गुरुवार तक यहां कुल 163 कंटेनमेंट जोन थे। हालांकि कुल 59 जोन को कंटेनमेंट मुक्त भी कर दिया गया है।

दिल्ली में सोमवार तक कंटेनमेंट जोन की संख्या 147 थी। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन और उपराज्यपाल अनिल बैजल के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा, “दिल्ली में जैसा कि संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं और इससे होने वाले मौतों की संख्या भी बढ़ रही है, जरूरत है कि तेजी से निगरानी, कांटेक्ट ट्रेसिंग, कठोर नियंत्रण और नियंत्रित गतिविधि के साथ टेस्टिंग करने की गति को बढ़ाया जाए। बढ़ते मामले, पॉजिटिव दर, और कई जिलों में कम टेस्टिंग स्तर चिंताजनक है।”

Read More: दिल्ली के एम्स में कोरोना का कहर

इसबीच दिल्ली सरकार ने आईसीएमआर जांच नियमों का पालन नहीं करने के लिए आठ निजी लैबों को नोटिस भेजा है, जिसमें गंगाराम अस्पताल, फोर्टिस अस्पताल और एनसीडीसी शामिल हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने वीडियो कांफ्रेंस में गुरुवार को कहा कि दिल्ली में प्रति दस लाख आबादी पर औसत टेस्टिंग 2018 है, तो कुछ जिले जैसे कि उत्तर पूर्व में प्रति दस लाख आबादी पर 517 टेस्ट और दक्षिण पूर्व जिले में प्रति दस लाख आबादी पर 506 टेस्ट हुए हैं, जो कि बहुत कम है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, प्रभावी रूप से मामलों का निपटारा करने और मृत्यु दर को कम करने के लिए तत्काल बेहतर क्लिीनिकल प्रबंधन के साथ स्वास्थ्य आधारभूत संरचनाओं को अच्छा बनाकर टेस्टिंग की सुविधा को बढ़ाने की जरूरत है। हर्षवर्धन ने कहा कि मौजूदा हालात को देखते हुए बेडों की उपलब्धता को तेजी से बढ़ाने की जरूरत है, ताकि बेवजह की देरी को समाप्त किया जा सके। यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि सरकार की कोविड रोगियों की अस्पताल में भर्ती करने की इच्छा नहीं है जिसकी वजह से महामारी का संक्रमण फैल रहा है और अधिक संख्या में कंटेनमेंट जोन भी सामने आ रहे हैं।

कोरोना

हालांकि दिल्ली सरकार कहना है कि उसने एक एप लांच किया है जो कोविड-अस्पतालों में बेडों की संख्या के बारे में बताएगा। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने कहा कि जब से दिल्ली कोरोना एप की शुरुआत हुई है, लोग विंडो शॉपिंग की तरह कोविड-19 बेड की जानकारी ले रहे हैं, इसमें वास्तविक यूजर्स कम हैं।

दिल्ली के उजाला सिग्नस आर्थोकेयर अस्पताल के इंटरनल मेडिसिन डिपार्टमेंट के सुचिन बजाज ने कहा, “हम कोरोना महामारी के स्टेज-3 में हैं, कम्युनिटी ट्रांसमिशन हो चुका है। इसलिए अगर एक घर में मामले आते हैं, तो इस बात की उम्मीद है कि कई लोग इससे संक्रमित होंगे। इसलिए सरकार ने सेनेटाइजेशन और सोशल डिस्टेंसिंग दिशानिर्देशों के साथ कंटेनमेंट जोन को बढ़ाने का फैसला किया है। और कंटेनमेंट जोन में इस माह के अंत तक कोई छूट नहीं है।”

–आईएएनएस

 

About Author