नई दिल्ली| दिल्ली में लागू लॉकडाउन के बावजूद कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। राष्ट्रीय राजधानी में एक्टिव कोरोना रोगियों की संख्या एक लाख के करीब पहुंच चुकी है। वहीं कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 15 हजार से अधिक हो चुकी है। बीते 24 घंटे के दौरान ही दिल्ली में 25 हजार से अधिक नए कोरोना रोगी सामने आए हैं। दिल्ली में लॉकडाउन का यह दूसरा सप्ताह चल रहा है, लेकिन यहां अभी भी कोरोना संक्रमण की दर 31 प्रतिशत से अधिक बनी हुई है। बीते 24 घंटे के दौरान दिल्ली में कुल 81,829 व्यक्तियों की कोरोना जांच की गई। इनमें से 25986 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए। इसके बाद अब दिल्ली में एक्टिव कोरोना रोगियों की संख्या बढ़कर 99752 हो गई है।
वहीं बीते 24 घंटों के दौरान कोरोना से दिल्ली में 368 व्यक्तियों की मृत्यु हुई है। दिल्ली में कोरोना से अभी तक कुल 15,377 मौतें हो चुकी हैं। दिल्ली में बीते 24 घंटे के दौरान 20,458 कोरोना रोगी स्वस्थ भी हुए हैं।
दिल्ली में जहां कोरोना की पॉजिटिविटी दर 31.76 फीसदी है। वहीं दिल्ली में 99,752 एक्टिव कोरोना रोगी हैं। इनमें से 53,819 कोरोना रोगी होम आइसोलेशन में रह रहे हैं। जबकि शेष रोगियों को दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों व कोरोना केंद्रों में भर्ती कराया गया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना है कि कोरोना की लहर पहले से ज्यादा खतरनाक है। आईसीयू बेड की बहुत ज्यादा डिमांड है। आईसीयू बेड भरे हुए हैं। इसको देखते हुए दिल्ली सरकार ने अस्थाई आईसीयू वह ऑक्सीजन बेड बनाने की तैयारी शुरू कर दी है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में दिल्ली में अधिक से अधिक ऑक्सीजन बेड बढ़ाने की योजना पर विचार-विमर्श किया गया। केजरीवाल ने अधिकारियों ने आने वाले दिनों में अतिरिक्त ऑक्सीजन बेड बढ़ाने के कड़े निर्देश दिए। साथ ही, मुख्यमंत्री ने होम आइसोलेशन प्रणाली को और अधिक मजबूत करने के भी निर्देश दिए।
सीएम ने दिल्ली के निवासियों से कोरोना के सभी दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार, दिल्ली वासियों की कीमती जिंदगी बचाने के लिए हर स्तर पर प्रयास कर रही है। अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि होम आइसोलेशन से ठीक होने वाले सभी मरीजों को दिल्ली सरकार के डॉक्टर ऑक्सीमीटर दें और नियमित कॉल करें।
–आईएएनएस
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