नई दिल्ली | कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन 3.0 में मंगलवार को दिल्ली में स्थित एक शराब के ठेके के बाहर बड़े पैमाने पर लोगों की भीड़ देखने को मिली, ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग के मानदंडों को बरकरार रखने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। पूरे देश के कई हिस्सों में सोमवार को भी शराब की दुकानों के बाहर ऐसी ही भीड़ देखी गई।
करोल बाग इलाके में एक वाइन और बीयर शॉप के बाहर लोग तय दिशा-निदेशरें का पालन करते नहीं नजर आए, ग्राहक यहां एक-दूसरे को धक्का देते और दूसरों पर चढ़कर शराब की तीन-तीन बोतलों की मांग करते हुए दिखे, जहां प्रति इंसान के हिसाब से बीयर की एक केस या नौ लीटर शराब ही तय की गई है।
दिल्ली पुलिस कर्मियों ने इस भीड़ को व्यवस्थित करने की बहुत कोशिश की और लोगों को एक-दूसरे से एक मीटर की दूरी पर रहकर सामाजिक दूरी का पालन करने को कहा, लेकिन जब भीड़ पर इन सबका असर बेअसर दिखा, तो पुलिस को मजबूरन अपनी लाठियां उठानी पड़ी।
दिल्ली सरकार ने सोमवार को कहा कि शराब की बिक्री पर विशेष कोरोना शुल्क लागू होगा, जो एमआरपी का सत्तर प्रतिशत होगा।
सोमवार देर रात जारी एक आधिकारिक आदेश में वित्त विभाग ने इसे मंगलवार से लागू कर दिया।
उप सचिव द्वारा हस्ताक्षरित वित्त विभाग के इस आदेश में शुल्क के बारे में कहा गया, “खपत के लिए शराब की सभी श्रेणियां अधिकतम सत्तर प्रतिशत खुदरा मूल्य के साथ खुदरा लाइसेंसधारियों के माध्यम से बेची जाएंगी।”
दिल्ली सरकार के एक अधिकारी के मुताबिक, “गृह मंत्रालय द्वारा जारी नए लॉकडाउन में छूट के साथ शराब की लगभग 150 दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है।”
–आईएएनएस
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