नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा आर्थिक सर्वेक्षण जारी करने से एक दिन पहले पूर्व प्रधानमंत्री एवं कांग्रेस नेता मनमोहन सिंह ने सोमवार को देश की अर्थव्यवस्था पर एक विस्तृत रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि यह अच्छी हालत में नहीं है।
आरबीआई के गर्वनर रह चुके मनमोहन सिंह मोदी सरकार की 500 रुपये और 1000 रुपये के नोट बंद करने की योजना के आलोचक रहे हैं।
उन्होंने कहा, “कल (मंगलवार को) सरकार आर्थिक सर्वेक्षण प्रस्तुत करेगी। हमने सोचा कि हमें भी एक दस्तावेज जारी करना चाहिए जिसमें अर्थव्यवस्था की वास्तविक हालत के बारे में जानकारी हो।”
मनमोहन सिंह ने कांग्रेस द्वारा तैयार ‘अर्थव्यवस्था की वास्तविक हालत’ रिपोर्ट का अनावरण करते हुए कहा, “भारतीय अर्थव्यवस्था की हालत खराब है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने चालू वित्त वर्ष में देश के विकास दर के अग्रिम अनुमान को 7.6 फीसदी से घटाकर 6.6 फीसदी कर दिया है। कुछ अन्य एजेंसियों ने भी ऐसे ही अनुमान जाहिर किए हैं।”
मनमोहन सिंह ने कहा, “मैं इन अनुमानों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं करूंगा। यह आप पर है कि आप सच्चाई का विश्लेषण करें। यह इस बहस में एक योगदान है कि हमारी अर्थव्यवस्था किस हाल में है, किस दिशा में जा रही है और इसे सही रास्ते पर लाने के लिए क्या किया जा रहा है।”
(आईएएनएस)
और भी हैं
भारत में पेट्रोलियम की कीमत दुनिया में सबसे कम: केंद्रीय मंत्री
जीआईएस 2025 में आतिथ्य का नया आयाम : भोपाल में पहली बार टेंट सिटी
500 गीगावाट की रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए यूनिक इनोवेशन की आवश्यकता: मनोहर लाल