धनतेरस पांच दिवसीय दीवाली के पहले दिन का प्रतीक है। धनतेरस शब्द दो शब्दों से बना है-
‘धन’ जिसका अर्थ है धन, और ‘तेरस’ जिसका मतलब 13 वां दिन है।
कब: हिंदू कैलेंडर के अनुसार, धनतेरस 13 वें चंद्र दिन पर पड़ता है अश्विन के महीने में । धनतेरस (5 नवंबर) दिवाली मनाए जाने से दो दिन पहले मनाया जाता है। धनतेरसअनुष्ठानों को सूर्यास्त के बाद शुरू होने वाले प्रसाद काल के दौरान आदर्श रूप से किया जाना चाहिए और 2 घंटे और 24 मिनट तक रहता है। धन की देवी लक्ष्मी के बाद से पूजा शुरू करने के लिए शुभ समय माना जाता है इस अवधि के दौरान घर के अंदर रहना होता है ।
#HappyDiwali
Watch the Diwali Celebrations in Times Square, New York USA. Interestingly Prime Minister Modi remained the most popular face even in USA 🙂 #Dhanteras#MondayMotivaton pic.twitter.com/wthIn6SdSz— Geetika Swami (@SwamiGeetika) November 5, 2018
कौन: पारंपरिक रूप से, लक्ष्मी, गणेश (बाधाओं को हटाने) और कुबेरा (भगवान धन की) सभी की धनतेरस पर पूजा की जाती हैं। एक दावे के अनुसार, महासागर में देवताओं और राक्षसों द्वारा मंथन किया जा रहा था जीसे की अमृत निकाला जाए , तो उसी दौरान धनवंतरी (देवताओं का चिकित्सक) पानी से उभरा और इसलिए यह दिन मनाया जाता है।
कैसे: धनतेरस में मूल्यवान उत्पादों की खरीद शामिल होती है जैसे की सोने, चांदी, आभूषण, यहां तक कि घरेलू बर्तन।
माना जाता है कि यह सब खरीदारी बुरी नज़र से बचाती है और घर में लक्ष्मी भी प्रदान करती है।
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