रांची| हावड़ा-नई दिल्ली रेल लाइन पर कोडरमा और गया जंक्शन के बीच गुरपा स्टेशन के पास बुधवार अहले सुबह कोयला लदी एक गुड्स ट्रेन की 53 बोगियां बेपटरी हो गईं। गनीमत यह रही कि हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ, पर हादसे के बाद इस रूट पर कई यात्री ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया है। दुर्घटना स्थल धनबाद रेल मंडल के अंतर्गत आता है। बताया गया है कि कोयला लदी मालगाड़ी हजारीबाग रोड, कोडरमा जंक्शन के रास्ते दादरी जा रही थी। गुरपा स्टेशन के पास तीखे ढलान पर ट्रेन का संतुलन बरकरार नहीं रह पाया और एक-एक पर 53 बोगियां तेज तेज आवाज के साथ पटरी से उतर गईं। कुछ बोगियां पूरी तरह पलट गईं। रेलवे ट्रैक के किनारे बिजली के कई खंभे टूट गए, वहीं कई बोगियों के पहिए भी टूट कर बिखर गए।
सुबह साढ़े छह बजे हुए इस हादसे के कुछ घंटे बाद धनबाद-गया इंटरसिटी और गया-आसनसोल पैसेंजर ट्रेन गुजरने वाली थीं। इन्हें रद्द कर दिया गया है। इनमें ज्यादातर लोकल या पैसेंजर ट्रेनें थी। कई ट्रेनों के रूट डायवर्ट कर दिये गये हैं। विभिन्न स्टेशनों पर सवारी एवं एक्सप्रेस ट्रेन फंसी हुई हैं।
रेलवे के मुताबिक लंबी दूरी की किसी भी मेल या एक्सप्रेस ट्रेन को कैंसल नहीं किया जाएगा। सभी ट्रेनें पटना-झाझा या गया-किउल के रास्ते डायवर्ट कर चलाई जाएंगी।
इस बीच हादसे की सूचना मिलते ही नेताजी सुभाष चंद्र बोस रेलवे जंक्शन गोमो के रेलवे की रेस्क्यू ट्रेन कर्मियों के साथ मौके पर पहुंची। धनबाद मंडल के डीआरएम सहित रेलवे के कई आला अफसर मौके पर पहुंच गये हैं। दुर्घटनाग्रस्त बोगियों को पटरी से हटाने, क्षतिग्रस्त रेल लाइन और बिजली खंभों को दुरुस्त करने के लिए अलग-अलग टीमें लगाई गई हैं। अनुमान है कि बुधवार रात तक रूट को क्लीयर करा लिया जायेगा।
–आईएएनएस
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