नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के टिकट पर पंजाब से 2014 में लोकसभा चुनाव लड़ चुकीं अभिनेत्री गुल पनाग पंजाब विधानसभा चुनाव में आप की जीत को लेकर आश्वस्त हैं।
वह कहती हैं कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की जबरदस्त लहर है और वहां आप की सरकार बनने से कोई नहीं रोक सकता। गुल चुनाव नहीं लड़ रही हैं, लेकिन वह समय आने पर पार्टी के लिए प्रचार जरूर करेंगी।
गुल पनाग ने आईएएनएस के साथ बातचीत में कहा, “मैं पंजाब की रूह को अच्छी तरह समझती हूं, विशेष रूप से ग्रामीण पंजाब को। वहां आप की लहर है, और मुझे विश्वास है कि आप को पंजाब जीतने से कोई नहीं रोक सकता।”
पंजाब में पार्टी के लिए प्रचार करने के सवाल पर वह कहती हैं, “मैं चुनाव तो नहीं लड़ रही हूं लेकिन यकीनन समय आने पर प्रचार करूंगी। हालांकि, अभी मैं निजी कारणों से व्यस्त हूं।”
बतौर गुल वह राजनीति को करियर के रूप में नहीं देखती हैं। वह कहती हैं कि मुझे बहुत खराब लगता है, जब लोग राजनीति को करियर से जोड़ते हैं, क्योंकि राजनीति को करियर से जोड़ देने पर उसमें स्वार्थ जुड़ जाते हैं।
वह नई दिल्ली में डियाजियो के तत्वावधान में सड़क सुरक्षा से जुड़े एक कार्यक्रम में पहुंची थीं, जहां उन्होंने शराब पीकर गाड़ी चलाने के बढ़ रहे मामलों पर चिंता जताई। युवाओं द्वारा शराब पीकर गाड़ी चलाने और उससे होने वाली दुर्घटनाओं के मामले बढ़ने पर वह कहती हैं, “लोग अपनी जिम्मेदारी नहीं समझते हैं। हम हमेशा अपने हकों को लेकर हल्ला मचाते हैं, लेकिन कर्तव्यों को लेकर संजीदा नहीं हैं। इसके लिए स्कूल स्तर पर जागरूकता लाने की जरूरत है। बचपन से ही कर्तव्यों के बारे में बच्चों को बताया जाना चाहिए।”
हालांकि, वह कानून में खामियों के सवाल के जवाब में कहती हैं, “हमारे कानून में कोई खामी नहीं हैं, बल्कि यह हमारी शिक्षा प्रणाली की कमजोरी है। देश में पर्याप्त एवं सक्षम कानून तो हैं लेकिन इनका क्रियान्वयन सही तरीके से नहीं किया गया है। लोगों में डर खत्म हो गया है। कानून का डर लोगों में बिठाना बहुत जरूरी है।”
यह पूछने पर कि क्या हम उन्हें बहुत जल्द किसी फिल्म में भी देख पाएंगे? वह कहती हैं, “फिलहाल, मैं कोई फिल्म नहीं कर रही हूं। अच्छी पटकथा मिलेगी तो जरूर काम करूंगी। मुझे एक बात का मलाल है कि मैंने फिल्म निर्देशकों के पीछे भागकर काम नहीं मांगा। मौजूदा दौर में लोकप्रिय हो रहा वेब सीरीज का कांसेप्ट मुझे बहुत पसंद है, इसमें जरूर काम करना चाहूंगी।”
वह कहती हैं, “जरूरी नहीं है कि हम समाज में सुधार के लिए चुनाव ही लड़ें। मैं अपनी क्षमता के अनुरूप समाज में बदलाव लाना चाहती हूं। मैं एक एनजीओ भी चलाती हूं। मैं अपनी तरह से समाज में योगदान दूंगी। मेरी एक कंटेट कंपनी भी है, जो विभिन्न उद्देश्यों के लिए सामग्री तैयार करती है। मैंने अपना रास्ता खुद बनाया है और आगे भी अपनी क्षमता के अनुरूप समाज के लिए काम करती रहूंगी।”
(आईएएनएस)
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