भोपाल| मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल का दो दिवसीय विचार मंथन सत्र शनिवार सुबह राज्य के हिल स्टेशन पचमढ़ी में शुरू हो गया। सत्र की शुरूआत पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं ने एक होटल के लॉन में राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ गाकर की।
बैठक के दौरान विभिन्न विकास मुद्दों पर चर्चा की जाएगी और प्रत्येक कैबिनेट मंत्री अपने विभाग की विस्तृत रिपोर्ट सौंपेंगे। चौहान अपने कार्यकाल के अंतिम दो वर्षों में किये गये विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे और विधानसभा चुनाव से पूर्व लंबित परियोजनाओं को पूरा करने के निर्देश जारी किये जायेंगे।
शुक्रवार की रात भोपाल से पचमढ़ी के लिए रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री चौहान ने विभिन्न कैबिनेट सहयोगियों को लेकर कई कमेटियां बनाई थीं। समितियों को योजनाओं का पूरा खाका तैयार करने का काम सौंपा गया है, जिसकी कैबिनेट मंत्रियों के साथ आमने-सामने की बैठक में समीक्षा की जाएगी।
साथ ही, राज्य में अगले विधानसभा चुनाव के लिए रोडमैप तैयार करने के लिए मुख्यमंत्री के लिए बैठक महत्वपूर्ण होगी। दिलचस्प बात यह है कि चौहान अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ पचमढ़ी के लिए रवाना होने से कुछ घंटे पहले, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भोपाल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि चौहान 2023 के विधानसभा चुनावों में पार्टी का नेतृत्व करेंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की कोई चर्चा नहीं है। विजयवर्गीय ने कहा, “मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अच्छा प्रदर्शन किया है और आप आश्वस्त हो सकते हैं कि भाजपा उनके नेतृत्व में राज्य में अगला विधानसभा चुनाव लड़ेगी।”
चूंकि भाजपा 2018 के विधानसभा चुनाव हार गई थी, इसलिए यह अनुमान लगाया जा रहा था कि पार्टी नवंबर 2023 के विधानसभा चुनावों से ठीक पहले नेतृत्व में बदलाव कर सकती है।
उन्होंने कहा, “इस राज्य में, शिवराज सिंह चौहान ने सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड बनाया है। उनकी सादगी, पहुंच, विनम्रता और संवेदनशीलता के कारण वे अभी भी बेहद लोकप्रिय हैं।”
–आईएएनएस
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