ओम कुमार, नई दिल्ली। गुरमीत राम रहीम को कोर्ट नें जैसे ही 20 साल के लिए जेल यात्रा पर भेजा वैसे ही नये-नये खुलासे सामने आ रहे है। आइये ऐसे ही एक खुलासे के बारे में आपको बताते हैं।
एक आरटीआई के माध्यम से खुलास हुआ है कि अगर राम रहीम को साध्वियों से यौन शोषण के मामले में जेल न हुई होती तो अगले साल तक राम रहीम को “पद्म पुरस्कार” तक मिल सकता था।
सूत्रों की माने तो गुरमीत राम रहीम पद्म पुरस्कार पाने के लिए देश व विदेशों में फैले अपने पांच करोड़ अनुयायियों के जरिये पुरस्कार पाने की सिफारिश में लगा हुआ था। इसका खुलासा एक आरटीआई के जरिए हुआ है।
मेवात (हरियाणा) के एक आरटीआई कार्यकर्ता ने गृह मंत्रालय से पद्म पुरस्कारों को लेकर एक आरटीआई मांगी थी। जब उसका जवाब मिला तो उसमें बताया गया कि गृह मंत्रालय को अब तक 18,768 नाम मिल चुके हैं जबकि इसके लिए दो सप्ताह का समय बाकी है।
केंद्र सरकार से मिली 608 पेज की आरटीआई बताती है की इतने बडे़ सम्मान के लिए इन नामों में से 4206 बार राम रहीम का जिक्र है। यानी इतने लोग चाहते थे कि राम रहीम को पद्म पुरस्कार मिलें जहाँ से सबसे ज्यादा 4156 सिफारिश आई वह जिला सिरसा था।
डेरा सच्चा सौदा का मुख्यालय भी सिरसा में ही हैं। बता दें पद्म पुरस्कारों की घोषणा 26 जनवरी 2018 को होनी है।
आरटीआई कार्यकर्ता का कहना है कि पद्म सम्मानों के लिए नॉमिनेशन की आखिरी तारीख 15 सितंबर है। इसी तरह सिफारिश चलतीं रहती तो इसकी संख्या बढ़ जाती अगर इसे जेल न हुई होती तो। अगले साल तक ये यह पुरस्कार लेने में सफल हो सकता था।
देश-विदेश में गुरमीत राम रहीम के करीब पांच करोड़ से अधिक अनुयायी बताये जातें हैं।
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