नई दिल्ली| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजन समारोहों में वर्चुअल तरीके से हिस्सा लेते हुए नारी शक्ति के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि नारी शक्ति हमेशा से सभी चुनौतियों को परास्त करने की ताकत रखती है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, हमारी मां दुर्गा ‘दारिद्रय दु:ख भय हारिणि’ कही जाती हैं, ‘दुर्गति-नाशिनी’ कही जाती हैं। अर्थात, वो दुखों को, दरिद्रता को, दुर्गति को दूर करती हैं। इसलिए, दुगार्पूजा तभी पूरी होती है जब हम किसी के दुख को दूर करते हैं, किसी गरीब की मदद करते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि महिषासुर का वध करने के लिए माता का एक अंश ही पर्याप्त था, लेकिन इस कार्य के लिए सभी दैवीय शक्तियां संगठित हो गई थीं। वैसे ही नारी शक्ति हमेशा से सभी चुनौतियों को परास्त करने की ताकत रखती है। ऐसे में सभी का दायित्व है कि संगठित रूप से सभी उनके साथ खड़े हों।
प्रधानमंत्री मोदी ने महिला सशक्तीकरण को भाजपा का संस्कार और संकल्प बताया। उन्होंने कहा कि रेप की सजा से जुड़े कानूनों को बहुत सख्त किया गया है, दुराचार करने वालों को मृत्युदंड तक का प्रावधान है। भारत ने जो नया संकल्प लिया है – आत्मनिर्भर भारत के जिन अभियान पर हम निकले हैं, उसमें भी नारी शक्ति की बहुत बड़ी भूमिका है।
प्रधानमंत्री मोदी ने महिलाओं को मजबूत बनाने की दिशा में उठाए गए केंद्र सरकार के कदमों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, 22 करोड़ महिलाओं के बैंक खाते खोलना हो या फिर मुद्रा योजना के तहत करोड़ों महिलाओं को आसान ऋण देना हो। चाहे ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान हो या फिर तीन तलाक के खिलाफ कानून हो। देश की नारीशक्ति को सशक्त करने के लिए निरंतर काम किया जा रहा है।
–आईएएनएस
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