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Washington, DC: Prime Minister Narendra Modi meets U.S. President Donald Trump in Washington, DC, on Friday, February 14, 2025. (Photo: IANS)

पीएम मोदी ने 2011 में जताई थी राणा के बरी होने पर चिंता, एक दशक बाद मिला अमेरिका का भी साथ

नई दिल्ली, 14 फरवरी । तहव्वुर राणा को भारत भेजने की डोनाल्ड ट्रंप की घोषणा का व्यापक रूप से स्वागत किया जा रहा है। इसे अमेरिका द्वारा आतंकवाद के खिलाफ भारत का समर्थन करने के संकेत के रूप में भी देखा जा रहा है। तहव्वुर राणा 26/11 मुंबई आतंकी हमले का मुख्य आरोपी है।

इस मामले में एक दिलचस्प पहलू तब जुड़ गया जब सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर “मोदी आर्काइव” नामक एक लोकप्रिय हैंडल ने 2011 का एक पुराना वीडियो साझा किया। इसमें उस समय के गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने तहव्वुर राणा को अमेरिका की एक अदालत द्वारा बरी किए जाने की कड़ी आलोचना की थी। उन्होंने इसे एक खतरनाक मिसाल बताया था।

मोदी आर्काइव द्वारा साझा किए गए वीडियो में, तत्कालीन गुजरात सीएम नरेंद्र मोदी को अमेरिका में तहव्वुर राणा के मामले की संदिग्ध हैंडलिंग और इसकी न्याय प्रणाली में खामियों के बारे में गंभीर सवाल उठाते देखा जा सकता है।

वीडियो में नरेंद्र मोदी यह सवाल उठाते नजर आए, “भारत में हुए आतंकी हमले का फैसला अमेरिका की अदालत कैसे सुना सकती है? उन्होंने पूछा, “क्या अमेरिका 9/11 हमले के आरोपियों का मुकदमा भारत में चलाने की इजाजत देगा?”

उन्होंने चेतावनी दी थी कि इस तरह का फैसला अन्य आतंकियों को भी कानून से बचने का तरीका सिखा सकता है, जिससे सुरक्षा को गंभीर खतरा हो सकता है।

अब, चौदह साल बाद, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी यही चिंता जताई। उन्होंने स्पष्ट रूप से घोषणा की कि तहव्वुर राणा को भारत के हवाले किया जाएगा। ट्रंप ने राणा को “बहुत हिंसक और खतरनाक व्यक्ति” करार दिया और कहा कि उसे भारत में न्याय का सामना करना होगा।

ट्रंप ने मोदी के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा, मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि मेरे प्रशासन ने 26/11 हमले के मुख्य साजिशकर्ता और दुनिया के सबसे बुरे इंसान में एक के भारत प्रत्यर्पण की मंजूरी दे दी है। उसे जल्द ही भारत भेजा जाएगा जहां वह न्याय प्रक्रिया का सामना करेगा।”

2011 में जब अमेरिकी अदालत ने राणा को बरी किया था, तब गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में मोदी ने इसकी कड़ी आलोचना की थी और तत्कालीन यूपीए सरकार को भी कटघरे में खड़ा किया था।

अब जब अमेरिका के राष्ट्रपति ने खुद आतंकी तहव्वुर राणा को भारत भेजने की घोषणा की है, तो यह न सिर्फ भारत की बढ़ती ताकत दिखाता है बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसके प्रभाव को भी दर्शाता है।

–आईएएनएस

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