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मीनाक्षी लेखी

पीने वाले और पिलाने वाले (अरविन्द केजीरवाल ) बराबर से ज़िम्मेदार: मीनाक्षी लेखी

नई दिल्ली। लॉकडाउन 3 के पहले दिन से ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजीरवाल के दिल्ली में शराब की दुकानें खोलने के निर्णय से शराब की दुकानों के आगे लोगों की भीड़ जमा हो गई जिसके कारण सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की धज्जियां उड़ी।

इस परिदृश्य को देखते हुए केंद्रीय मंत्री डॉ हर्षवर्धन,नई दिल्ली से सांसद एवं भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमती मीनाक्षी लेखी, दिल्ली के भाजपा अध्यक्ष मनोज  तिवारी, नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह ने दिल्ली सरकार के इस फैसले पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा हैं कि शराब की दुकानें खुलने से दिल्ली में कोरोना महामारी के संक्रमण का तेजी से बढ़ सकते हैं और इसे बिना किसी योजना के शुरू नहीं करना चाहिए था । दिल्ली सरकार की ओर से समय पर सावधानियां नहीं बरतने के कारण आज पूरी दिल्ली रेड जोन में है जिसे लेकर सभी चिंतित हैं।

दिल्ली में रोजाना कोरोना वायरस से संक्रमण के कई मामले सामने आ रहे हैं लेकिन फिर भी मुख्यमंत्री अरविन्द केजीरवा ने इसे गंभीरता से नहीं लिया गया जिसका परिणाम आज देखने को मिल रहा है। केंद्र की ओर से दिल्ली सरकार को सभी तरह का सहयोग मिल रहा है बावजूद इसके दिल्ली सरकार दिल्ली के लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।

मेरा दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल से अनुरोध है कि संकट के समय दिल्ली के लोगों के स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर कोई राजनीति न करें, इस समय लोगों की कोरोना वायरस के संक्रमण से दूर रखना ज्यादा जरूरी है। बिना योजना के इस तरह का कदम उठाना दिल्ली के लोगों के हित में नहीं है।

केजरीवाल सरकार पर हमला बोलते हुए नई दिल्ली से लोकप्रिय सांसद एवं भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमती मीनाक्षी लेखी ने कहा कि पीने वाले और पिलाने वाले (अरविन्द केजीरवाल ) यानी पिलाने की सुविधा देने वाले बराबर से ज़िम्मेदार है।
यह अच्छा मौक़ा था शराब पीने की लत को छुड़ाने का, जब 40 दिन बिना शराब के रहा जा सकता है तो सिर्फ़ शराब की दुकानों से एक्साइज़ की ड्यूटी कमाने के लिए यह नुक़सान करने वाला कार्य दिल्ली सरकार को नहीं करना चाहिए था। दिल्ली सरकार के इस निर्णय ने लॉक डाउन के तीसरे चरण को लागू करने के मकसद को फेल कर दिया गया है। अभी अगर समय रहते इस ओर कोई उचित कदम नहीं उठाया गए तो यह दिल्ली के लोगों के स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसानदेह साबित हो सकता है।

केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि दिल्ली में शराब की दुकान खोलने के फैसले की बजाए दिल्ली सरकार को दिल्ली के हालातों को गंभीरता से लेते हुए दूसरे कई कड़े कदम उठाने चाहिए थे। दिल्ली में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामले काफी चिंताजनक है इसलिए केंद्र की ओर से जारी नियमों का सख्ती से पालन हो इस पर दिल्ली सरकार को विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए अन्यथा इसका परिणाम दिल्ली के लोगों के स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं होगा।

 

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