लिस्बन। पुर्तगाल के पूर्व राष्ट्रपति मारियो सोरेस का 92 साल की आयु में निधन हो गया। वह पिछले दो सप्ताह से अस्पताल में भर्ती थे।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, पिछले साल 13 दिसम्बर से लिस्बन के रेड क्रॉस अस्पताल में भर्ती सोरेस को सांस से जुड़ी समस्या के कारण कोमा में चले गए थे। शनिवार को उनका निधन हो गया।
सोरेस को पुर्तगाल में लोकतंत्र की स्थापना का जनक माना जाता है। 25 अप्रैल 1974 को उन्होंने तानाशाह ओलिविएरा सालाजार के शासन का बिना हिंसा के तख्ता पलट करके देश में लोकतंत्र की स्थापना में योगदान दिया था।
वह 1986 से 1996 तक पुर्तगाल के राष्ट्रपति और 1976-1978 व 1983-1985 तक प्रधानमंत्री रहे थे।
वह विदेश मंत्री और यूरोपीय संसद के सांसद भी बने।
लिस्बन में सात दिसम्बर 1924 को जन्मे सोरेस ने लिसन यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की और वकील बने। वह वर्तमान में सत्ता में काबिज प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा के नेतृत्व वाली सोशलिस्ट पार्टी के संस्थापकों में से एक थे।
प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा ने सोमवार से तीन दिवसीय राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है।
कोस्टा ने कहा, “आज हमने हमारी स्वतंत्रता की एक दिग्गज शख्सियत और आवाज को खो दिया है। मारियो सोरेस ऐसे शख्स थे जिन्होंने पूरी जिंदगी आजादी की लड़ाई लड़ी। उन्होंने तानाशाही के खिलाफ यह लड़ाई लड़ी। इस दौरान वह जेल गए और निर्वासन का भी सामना किया।”
सोरेस का मंगलवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। भारत दौरे पर आए एंटोनियो कोस्टा संस्कार में शामिल नहीं हो सकेंगे, लेकिन उन्होंने सोरेस के परिवार को संवेदनाएं भेजी हैं।
(आईएएनएस)
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