नोएडा: 1990 के मध्य में प्रधानमंत्री एच.डी.देवगौड़ा सरकार में कैबिनेट सचिव रह चुके टी.एस.आर.सुब्रमण्यन का सोमवार को निधन हो गया। वह 79 वर्ष के थे। उनके करीबी संबंधी ने बताया कि पूर्व नौकरशाह पिछले कुछ समय से बीमारी से जूझ रहे थे और तड़के लगभग 3.30 बजे उनके आवास पर ही उनका निधन हो गया।
सुब्रमण्यन उत्तर प्रदेश कैडर के 1961 बैच के आईएएस अधिकारी थे। वह अगस्त, 1996 से मार्च 1998 तक कैबिनेट सचिव रहे।
सुब्रमण्यन पहले केंद्र में कपड़ा सचिव भी थे, जो आनुवांशिक संशोधित कपास (बीटी कपास) के उत्पादन को मंजूरी दी थी, जिसका उन्हें बाद में खेद भी हुआ।
बाबरी मस्जिद के ढहाए जाने के बाद 1992 में उन्हें मुख्य सचिव के रूप में उत्तर प्रदेश भेजा गया।
उन्होंने सेवानिवृत्ति के बाद गठित राष्ट्रीय शिक्षा नीति की समिति का नेतृत्व भी किया।
सुब्रमण्यन ने भारतीय नीति और प्रशासन पर तीन किताबें लिखी हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुब्रमण्यन के निधन पर शोक जताते हुए उनकी प्रशंसा की।
मोदी ने ट्वीट कर कहा, “टी.एस.आर. सुब्रमण्यन एक उत्कृष्ट नौकरशाह थे। वह अपने उम्दा लेखन और महत्वपूर्ण सार्वजनिक नीतियों पर अपनी राय से एक छाप छोड़ गए हैं। उनके निधन से दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और दोस्तों के साथ है।”
उनके निधन को बुरी खबर बताते हुए भारतीय प्रशासनिक अधिकारी (आईएएएस) संघ ने ट्वीट कर कहा, “वह सबसे बेहतर थे और उनका निधन आईएएस जगत और देश के लिए बहुत बड़ी क्षति है।”
संघ ने कहा, “परिवार के सभी सदस्यों के प्रति गहरी संवेदनाएं। हमें उम्मीद है और हम प्रार्थना करते हैं कि उनके विचार और सिद्धांत हमारा हमेशा मार्गदर्शन करते रहेंगे।”
उनका अंतिम संस्कार शाम 5.30 बजे नई दिल्ली के लोधी रोड स्थित श्मशान घाट में किया जाएगा।
उन्होंने राजनीतिक हस्तक्षेप से नौकरशाही को बचाने की दिशा में कड़ी मेहनत की।
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी और केंद्रीय कार्मिक राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने भी उनके निधन पर शोक जताया।
सीतारमण ने कहा, “उनके निधन की खबर से दुखी हूं। वह मिलनसार, मृदुभाषी, विवेकशील और ऊर्जावान थे। टीवी चैनलों की कई चर्चाओं में उनके साथ विचार साझा किए। उनके परिवार और आईएएस समुदाय के प्रति सहानुभूति।”
स्मृति ईरानी ने ट्वीट कर कहा, “टी.एस.आर. सुब्रमण्यन के निधन की खबर से स्तब्ध हूं। कई नीतिगत मामलों में उनका मार्गदर्शन मिलना सौभाग्य रहा।”
वहीं जितेंद्र प्रसाद ने ट्वीट कर कहा, “पूर्व कैबिनेट सचिव के निधन से दुखी हूं। पूरी आईएएस बिरादरी और उनके परिवार के साथ पूरी सहानुभूति है।”
–आईएएनएस
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