नई दिल्ली| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार शाम यहां पालम हवाईअड्डे पर पहुंचे और उन्होंने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और सशस्त्र बलों के अन्य 11 जवानों को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने हादसे में अपनी जान गंवाई। तमिलनाडु के कुन्नूर के पास बुधवार को सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। प्रधानमंत्री से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एयरपोर्ट पहुंचे और सबसे पहले सभी मृतकों के परिजनों से मुलाकात की और उनके प्रति संवेदना व्यक्त की।
रक्षा सचिव अजय कुमार, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और सभी सेवा प्रमुखों ने शोक व्यक्त किया।
शाम 7:46 बजे कोयंबटूर के पास सुलूर हवाईअड्डे से दुर्घटना पीड़ितों के पार्थिव शरीर को पालम हवाईअड्डे पर लाया गया। भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी.आर. चौधरी सभी मृतकों के पार्थिव शरीर को लेकर आए।
बल ने कहा कि केवल तीन – जनरल रावत, मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर एल.एस. लिद्दर के नश्वर अवशेषों की सकारात्मक पहचान अब तक संभव हो पाई है और उनके नश्वर अवशेष संबंधित परिवारों को अंतिम संस्कार के लिए सौंप दिए जाएंगे।
बल ने कहा कि शवों की सकारात्मक पहचान के लिए हर संभव उपाय किए जा रहे हैं। शेष शवों को सकारात्मक पहचान की औपचारिकताएं पूरी होने तक सेना बेस अस्पताल के शवगृह में रखा जाएगा।
सभी मृतक जवानों के परिजन दिल्ली पहुंच गए हैं। भारतीय सेना द्वारा उन्हें सभी आवश्यक सहायता दी जा रही है।
सभी मृतकों की उचित सैन्य अंत्येष्टि की योजना बनाई जा रही है और उनके परिवार के सदस्यों के साथ समन्वय किया जा रहा है और परामर्श लिया जा रहा है।
–आईएएनएस
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