नई दिल्ली| कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को एक बार फिर टीकाकरण की धीमी रफ्तार को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए पूछा कि भारत के भ्रमित टीकाकरण कार्यक्रम के लिए आखिर कौन जिम्मेदार है? कांग्रेस ने मुफ्त टीकाकरण की पैरवी करते हुए विभिन्न सोशल मीडिया मंचों पर स्पीक-अप फॉर फ्री यूनिवर्सल वैक्सीनेशन हैशटैग से अभियान चलाया है। प्रियंका ने इस अभियान के साथ हैशटैग करते हुए ट्वीट किया, हम दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीन प्रोड्यूसर्स में से एक हैं। फिर भी हमारी आबादी का केवल 3.4 प्रतिशत ही पूरी तरह से टीका लगाया गया है। भारत के भ्रमित और दुविधा से भरे टीकाकरण कार्यक्रम के लिए कौन जिम्मेदार है?
प्रियंका ने अपना एक वीडियो भी संलग्न किया, जिसमें कहा गया है कि पिछले साल 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि अगले साल तक देश के प्रत्येक लोगों को टीकाकरण करने की योजना है।
प्रियंका ने कहा, अब 2021 का मध्य है, लेकिन सरकार की टीकाकरण दर प्रतिदिन 19 लाख है। हमें उस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हर दिन 70 से 80 लाख लोगों को टीका लगाने की आवश्यकता है। केंद्र ने पहले सारी जिम्मेदारी ली, उसके बाद जैसे ही दूसरी लहर आई, उसने राज्यों की जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ना शुरू कर दिया।
कांग्रेस महासचिव ने आगे कहा कि जर्मनी, अमेरिका जैसे अन्य संघीय देशों ने पूरी तरह से अलग प्रक्रिया का पालन किया है। केंद्र ने टीकों की खरीद की है और राज्यों को इसे वितरित करने की अनुमति दी है।
उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा कि आखिर मोदी सरकार ने ऐसा क्यों नहीं किया?
प्रियंका ने टीकाकरण प्रक्रिया को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ कौन जिम्मेदार है अभियान शुरू किया है।
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने कहा कि तीन लाख से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। दूसरी ओर, केवल तीन प्रतिशत आबादी को ही दोनों टीकों की खुराक मिली है। आज भी 97 प्रतिशत आबादी वैक्सीन से वंचित है, क्योंकि भाजपा सरकार को देशवासियों की चिंता नहीं है।
–आईएएनएस
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