गाज़ा :अमेरिका के मिनेसोटा राज्य में पुलिस (Police) द्वारा एक काले व्यक्ति (black man )को मार दिए जाने के बाद देश के विभिन्न शहरों में दंगे भड़के हुए हैं । हिंसा और लूटपाट हो रही है। कई शहरों में कर्फ्यू है। पुलिस अधिकारियों द्वारा एक अश्वेत व्यक्ति का वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर सामने आया था। 46 वर्षीय जॉर्ज फ्लोयड (George floyd) को एक पुलिस वाले ने उसकी गर्दन बेरहमी से दबा राखी है आखिर, क्या था माजरा? क्यों पुलिस ने जॉर्ज (George floyd) को हिरासत में लिया? और कैसे सरेआम-दिनदहाड़े उसको तड़पा-तड़पाकर मार डाला? पुलिस द्वारा मारे गए व्यक्ति का वीडियो वायरल होने के बाद लोग सड़को पर उतर गए है (Protest) कर रहे है और इंसाफ के लिए आवाज़ उठा रहे है
इसी बीच सोशल मीडिया पर इज़राइल (Israel) की बर्बरता का एक फ़ोटो वायरल हो रहा है , इस पूरे मामले को अमेरिका (America) के हालिया मामले से तुलना भी की जा रही है। इस फोटो में एक मासूम फिलिस्तीनी को इज़राइली सैनिक (Israeli soldiers) ने अपनी गिरिफ्त में लिया होआ है ।
46 वर्षीय जॉर्ज फ्लोयड (George floyd) करीब 9 मिनट तक उसकी गर्दन घुटने से दबाई होइ थी
चौवेन (पुलिस अफसरों ) के खिलाफ केस दर्ज में साफ कहा गया है कि उन्होंने 8 मिनट 46 सेकंड तक जॉर्ज की गर्दन अपने घुटने से दबाए रखी। हैरानी की बात ये है कि चौवेन ने फ्लॉयड की सांस रुकने के बाद भी घुटना नहीं हटाया। वो तब हटे जब मेडिकल टीम वहां पहुंच गई। घटना में तीन और अफसर शामिल थे। इनके नाम हैं- थॉमस लेन, जे. एलेक्जेंडर और टोउ थाओ। इनके खिलाफ भी जांच जारी है।
इस तरह के मामले नए नही है लेकिन फिर भी सारी दुनिया खामोश देख रहे है हर बार की तरह फिर कुछ दिन में सब भूल जाएंगे
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