पटना | कोरोना के संक्रमण काल में अपने पिता को साइकिल पर बिठाकर गुरुग्राम से बिहार के दरभंगा लाने वाली ज्योति को एक स्वयंसेवी संस्था ने नि:शुल्क शिक्षा देने तथा उनके पिता मोहन पासवान को नौकरी देने का प्रस्ताव दिया है।
डॉ़ गोविन्द चंद्र मिश्रा एजुकेशनल फाउंडेशन के चेयरमैन डॉ़ गोविंद चंद्र मिश्रा ने शनिवार को ज्योति से मुलाकात कर इस संबध का एक प्रस्ताव पत्र सौंपा।
संस्था के चेयरमैन द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि कोविड-19 के कारण लॉकडाउन में फंस जाने की वजह से ज्योति के पिता को कई तरह से आर्थिक और मानसिक संकट के दौर से गुजरना पड़ा है। इस दौरान ज्योति ने अपने पिता को साइकिल पर बिठा कर दरभंगा पहुंचकर समस्त मिथिला क्षेत्र के लिए एक मिसाल कायम की है।
उन्होंने आगे कहा, “अपने सामाजिक और व्यक्तिगत दायित्व का निर्वहन करते हुए मैंने और हमारी संस्था ने आप को हर संभव सहायता करने का निर्णय लिया है।”
संस्था ने मोहन पासवान को संस्था के अंतर्गत संचालित सिग्नेट इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल और सुखचंद्र मिश्रा आईटीआई कॉलेज में नौकरी देने का प्रस्ताव दिया है।
बयान में कहा गया है कि संस्था ने ज्योति को अपने विद्यालय में निशुल्क शिक्षा देने का प्रस्ताव देते हुए कहा है कि उनकी पढ़ाई पूरी करने के बाद भी अगर दरभंगा जिले में ही पढ़ाई जारी रखना चाहेगी तो उन्हें संस्था की ओर से आईटीआई कोर्स करने की अनुशंसा की जाएगी।
–आईएएनएस
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