नई दिल्ली : बिहार में जहां कोरोना लोगो पर कहर बनकर टूटा है तो नहीं बाढ़ से लोगो के जीवन पर दोहरा संकट आ गया है।लेकिन इसके बावजूद भी सरकार से लेकर डॉक्टर तक कोई खास फर्क नहीं पड़ता नजर आ रहा। क्योंकि इन दो प्राकृतिक आपदायो के चलते अब बिहार के लोगो को प्राइवेट अस्पतालों ने लूटना शुरू कर दिया है। लोगो को कोरोना के नाम पर लूटा जा रहा है।और सरकारी तंत्र मोन है। आसिफ ने कहा है कि बढ़ते करोना मरीजों के बीच बिहार के प्राइवेट अस्पताल में लूट मची है उसमें से बिहार का नामी-गिरामी पारस अस्पताल भी इन दिनों सुर्खियों में है सरकार पारस हॉस्पिटल में हो रहे लूट की उच्च स्तरीय जांच कर अस्पताल प्रबंधक और कर्मचारियों पर कानूनी कार्रवाई करें ऑल इंडिया माइनॉरिटी फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष अध्यक्ष एसएम आसिफ ने बिहार सरकार से मांग की है
पारस हॉस्पिटल मैं आए दिन इलाज करा रहे मरीज के परिजन अस्पताल में जो अनियमितता बरती जाती है उसकी शिकायत कोई कार्रवाई नहीं होती कल ही एक मरीज अपना डायलिसिस कराने पारस हॉस्पिटल दिया परिजनों का डायलिसिस के लिए मरीज को भर्ती देने के बाद उनकी पत्नी को डॉक्टरों ने बताया गया कि टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव आया है आईसीयू में एडमिट कर डायलिसिस किया जा रहा है आप पैसा जमा कर दें मरीज के परिजन का कहना था कि अभी 2 दिन पहले कोरोना टेस्ट हुआ जिसमें नेगेटिव आया है 12 घंटा से अधिक समय तक आईसीयू में मरीज को रखा गया उनका डायलिसिस भी नहीं हुआ और डॉक्टर ने बताया कि उनकी मृत्यु हो गई है। और अस्पताल ₹2 लाख रुपया मांग रहा है। अस्पताल में परिजनों ने जब इन सब बातों को लेकर हंगामा किया तो अस्पताल के कर्मचारी झगड़े पर उतारू हो गए ऑल इंडिया माइनॉरिटी फ्रंट के अध्यक्ष एस एम आसिफ ने कहा कि बिहार में प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टरों ने लूट मचा रखी है वही सरकारी अस्पताल लापरवाही के कारण मरीजों का इलाज नहीं हो पा रहा और सरकार बिहार चुनाव की तैयारी में व्यस्त है बिहार में अब तक 80000 से अधिक कोरोना संक्रमित हो गए हैं। आसिफ ने कहा है कि मैं इस घटना की शिकायत भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्री जी से करूंगा।
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