नई दिल्ली, 27 सितंबर । देश में एयर ट्रैवल और धार्मिक यात्रा का चलन बढ़ने के कारण ट्रैवल और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में रोजगार के अवसर में बढ़त देखने को मिल रही है। टीमलीज सर्विसेज की ओर से जारी की गई वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही की एम्प्लॉयमेंट आउटलुक रिपोर्ट में कहा गया कि इस क्षेत्र के हर पांच में से तीन (करीब 64 प्रतिशत) से ज्यादा नियोक्ता बढ़ती मांग के कारण अपने कर्मचारियों की संख्या में इजाफा कर रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि सेक्टर, 8 से 10 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर के लिए तैयार हैं, जो दिखाता है कि इंडस्ट्री में तेजी बनी हुई है। रिपोर्ट में आगे बताया गया कि 19 प्रतिशत नियोक्ता कर्मचारियों को घटाना चाहते हैं। वहीं, 17 प्रतिशत नियोक्ता कर्मचारियों की संख्या में कोई बदलाव नहीं करना चाहते हैं। टीमलीज सर्विसेज के स्टाफिंग के चीफ एग्जीक्यूटिव कार्तिक नारायण की ओर से कहा गया कि प्रीमियम ट्रैवल की मांग बढ़ने के कारण और टेक्नोलॉजी आधारित बदलाव होने की वजह से इंडस्ट्री के संचालन के तरीके में बदलाव आ रहा है।
ट्रैवल सेक्टर में रोजगार के अवसर बढ़ने की वजह घरेलू ट्रैवल मार्केट का बढ़ना और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित टेक सर्विस जैसे घोस्ट किचन और पर्सनलाइज्ड गेस्ट एक्सपीरियंस का होना है। रिपोर्ट में कहा गया कि 44 प्रतिशत नियोक्ता डिजिटल और ऑफलाइन प्रमोशन के जरिए अपने कारोबार को बढ़ाना चाहते हैं। आगे कहा गया कि 2025 के अंत तक गिग कर्मचारियों की संख्या इंडस्ट्री में बढ़कर 15 से 20 प्रतिशत तक पहुंच सकती है। इसके अलावा पीक सीजन के दौरान सीजनल नौकरियों की संख्या 25 से 30 प्रतिशत तक बढ़ सकती है। ट्रैवल और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में हर पांच में से चार नियोक्ता (करीब 82 प्रतिशत) सेल्स को प्राथमिकता दी जा रही है।
–आईएएनएस
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