नई दिल्ली| केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने सोमवार को संसद भवन में तपेदिक जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने टीबी रोगियों तक व्यापक तरीके से पहुंचने और पीएम मोदी के लक्ष्य के अनुरूप 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने के तरीकों के बारे में बताया। मंत्री ने एक ट्वीट में कहा, संसद भवन में तपेदिक के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए एक कार्यक्रम को संबोधित किया और व्यापक तरीके से टीबी रोगियों तक पहुंचने के तरीकों के बारे में बात की। पीएम नरेंद्र मोदी जी के लक्ष्य के अनुरूप, सरकार और लोग 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने के लिए मिलकर काम करेंगे।
लोकसभा सचिवालय की ओर से ‘टीबी मुक्त भारत’ सत्र का आयोजन किया गया। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और स्वास्थ्य राज्यमंत्री डॉ. भारती पी. पवार के साथ टीबी जागरूकता पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए।
मंडाविया ने संसद भवन में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, मोदी जी ने कहा है कि दुनिया का एजेंडा 2030 हो, लेकिन हमारा एजेंडा 2025 भारत को टीबी मुक्त बनाना है। भारत को 2025 तक टीबी मुक्त होना है और हम मिलकर लक्ष्य हासिल करेंगे।
उन्होंने कहा, स्वच्छता स्वास्थ्य को मजबूत करने में भी हमारी मदद कर सकती है। देश में 26 लाख टीबी रोगी हैं। 18 से 45 वर्ष की आयु के साठ प्रतिशत लोग टीबी के रोगी बनते थे, जबकि 58 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्रों से हैं।
मंडाविया ने कहा, जब जनता सरकार से हाथ मिलाती है तो लक्ष्य की प्राप्ति होती है। हमने स्वास्थ्य के क्षेत्र में इस दिशा में प्रगति की है। इस बार स्वास्थ्य के लिए बजट बढ़ाया गया था। किसी ने नहीं सोचा था कि शौचालय परियोजना देश को स्वस्थ बनाने में सहायक हो सकती है।
–आईएएनएस
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