कोलकाता| तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में लगातार तीसरी बार सत्ता में वापसी के लिए तैयार है और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को पश्चिम बंगाल की जनता को यह जीत समर्पित की। इसके साथ ही उन्होंने चुनाव आयोग और भाजपा दोनों पर कटाक्ष भी किया। हालांकि नंदीग्राम में तृणमूल सुप्रीमो को बड़ा झटका जरूर लगा है, जहां कभी उनके करीबी सहयोगी रहे सुवेंदु अधिकारी, जो बाद में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए थे, ने उन्हें एक करीबी मुकाबले में हरा दिया। हालांकि तृणमूल कांग्रेस ने अभी तक फैसले को स्वीकार नहीं किया है और दावा किया है कि मतगणना अभी जारी है।
टीएमसी ने अपने आधिकारिक ट्वीट पर एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि नंदीग्राम की मतगणना प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है, कृपया अटकलें न लगाएं।
राज्य सचिवालय नबन्ना में बोलते हुए, बनर्जी ने चुनाव आयोग को लेकर यह संकेत दिया कि नंदीग्राम में कुछ गलत हुआ है।
ममता ने कहा कि चुनाव आयोग ने भाजपा के प्रवक्ता के रूप में काम किया और अब देखें कि वे क्या कर रहे हैं। तीन घंटे पहले, इसने कुछ कहा और अब यह कुछ और कह रहा है। नंदीग्राम को अपना फैसला लेने दें, मैं इसे स्वीकार करूंगी और अदालत जाउंगी।
बनर्जी का एक और ट्वीट भी रहा, जिसमें लिखा गया कि एक बड़ी लड़ाई जीतने के लिए आपको कुछ त्याग करना होता है।
वह उस भ्रम की ओर इशारा कर रहीं थीं, जो नंदीग्राम में व्याप्त था। दरअसल शुरू में एक घोषणा हुई कि बनर्जी ने नंदीग्राम से जीत हासिल की है। यहां तक कि भाजपा के प्रवक्ता जय प्रकाश मजूमदार ने भी बनर्जी को जीत की बधाई दी, लेकिन उसके बाद ऐसी खबरें आईं कि सुवेंदु अधिकारी जीत गए हैं।
बनर्जी ने कहा कि यह बंगाल के लोगों की जीत है। यह देश के लोगों की जीत है। यह लोकतंत्र की जीत है। बंगाल के लोगों ने लोकतंत्र को बचाया है।
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि भाजपा के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी।
ममता ने कहा कि मैं घोषणा करती हूं कि राज्य के सभी लोगों को मुफ्त टीका मिलेगा। मैं केंद्र सरकार से यह भी अनुरोध करना चाहूंगी कि वह देश के सभी लोगों के लिए मुफ्त टीकाकरण की व्यवस्था करें। यह हमारी मांग है और अगर यह पूरी नहीं होती है, तो मैं इसे करूंगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने धन-बल, बाहुबल और ताकत का इस्तेमाल किया, लेकिन बंगाल की जनता ने विकास के लिए वोट दिया है। बंगाल के लोगों ने लोकतंत्र को बचाया है। मैं अपनी सभी माताओं, बहन और अल्पसंख्यक भाइयों और बहनों को बधाई देती हूं।
बनर्जी ने यह भी घोषणा की कि कोविड की स्थिति के कारण अभी कोई विजय जुलूस नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह भी मामूली तरीके से ही आयोजित किया जाएगा।
–आईएएनएस
और भी हैं
आईएफएफआई देश में फिल्म इंडस्ट्री के विकास में महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ : अश्विनी वैष्णव
भारत-गुयाना के बीच गर्मजोशी भरे रिश्ते, ‘डेमोक्रेसी फर्स्ट, ह्यूमैनिटी फर्स्ट’ वैश्विक समस्याओं का समाधान : पीएम मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी को गुयाना के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस’ से नवाजा गया