प्रयागराज, 16 जनवरी । उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से महाकुंभ की शुरुआत हो चुकी है। इसमें अब तक करोड़ों लोगों ने स्नान किया है। यहां पर प्रतिदिन लाखों की संख्या में लोग संगम में डुबकी लगाकर खुद को पवित्र कर रहे हैं। सुबह के वक्त तो स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की भारी तादाद देखने को मिलती है। इसके अलावा प्रयागराज में साधु-संतों को देखकर यहां आए श्रद्धालु गदगद हो रहे हैं। लोगों के बीच किन्नर अखाड़ा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। श्रद्धालु उनके पास जाकर उनसे आशीर्वाद पा रहे हैं। कहा जाता है कि किन्नर अखाड़ा में शामिल साधु-संत 2019 के प्रयागराज में लगे अर्ध कुंभ में भी शामिल हुए थे।
किन्नर अखाड़ा से जुड़े कुछ महंतों से आईएएनएस ने बात की। एक किन्नर महंत ने कहा, “इस महाकुंभ में हमारा किन्नर समाज, किन्नर अखाड़ा, सनातन धर्म के साथ एकजुट है। हमारे किन्नर अखाड़े की एक खास विशेषता यह है कि यह सनातन धर्म का पालन करता है।” उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से प्रयागराज में लोगों के लिए की गई व्यवस्था को सराहा। उन्होंने कहा कि जिस समाज ने हमें ठुकराया आज वह यहां हमसे आशीर्वाद ले रहा है। किन्नर अखाड़े के दूसरे महंत ने कहा, “इस कुंभ में किन्नर अखाड़े की बात करें तो यह सदियों से सनातन धर्म से जुड़ा हुआ है। अगर मैं कोई कहानी सुनाऊं तो वह कुछ इस तरह होगी: जब अमृत के लिए देवताओं और दानवों में लड़ाई हुई थी, तब भी भगवान विष्णु को मोहिनी का रूप धारण करना पड़ा था। और यही मोहिनी आज यहां विराजमान हैं।” एक किन्नर महंत ने कहा, “हमें, जिन्हें सही जन्म का आशीर्वाद मिला है, सौभाग्यशाली हैं। अब, चूंकि हमारा अखाड़ा हमारा है, इसलिए जो लोग इसकी इच्छा रखते थे, जो संत बनना चाहते हैं और संन्यास लेना चाहते हैं, वे संन्यास अखाड़े में शामिल हो गए हैं।”
–आईएएनएस
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