लखनऊ| हर रोज महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे यौन और क्रूर अपराधों के बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने एक विशेष महिला पुलिस इकाई बनाकर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रयासों को बढ़ावा देने का फैसला किया है। इसके तहत सरकार ने मिशन शक्ति अभियान के हिस्से के रूप में ‘पिंक-पेट्रोल’ नाम से नई महिला पुलिस बल की गश्ती टीम बनाई है। इसकी शुरूआत नवरात्रि के मौके पर की गई है। कठोर प्रशिक्षण से गुजरने के बाद लगभग 250 महिला पुलिसकर्मियों को ‘पिंक पेट्रोल’ में तैनात किया गया है।
योगी आदित्यनाथ सरकार ने लखनऊ के अलावा राज्य के अन्य जिलों कानपुर, आगरा, गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज, मेरठ, नोएडा, गाजियाबाद और मुरादाबाद में भी ‘पिंक पेट्रोल’ योजना शुरू करने का विचार किया है।
इस पहल के पहले चरण में राज्य में लगभग 100 स्कूटी और 10 एसयूवी को सेवा में रखा गया है। ‘पिंक-पेट्रोल’ को महिलाओं के खिलाफ छेड़छाड़ और अपराध के मामलों पर तत्काल कार्रवाई करने के लिए बनाया गया है।
‘पिंक पेट्रोल’ उन स्थानों पर काम करेगी, जिनकी पहचान लखनऊ पुलिस ने हॉटस्पॉट के रूप में की है।
सरकार के प्रवक्ता के अनुसार, “शुरूआत में इन्हें गर्ल्स कॉलेज समेत उन जगहों पर तैनात किया जाएगा, जहां महिलाओं की मौजूदगी बड़ी संख्या में होती है। इसके अलावा वे इलाके जहां छेड़छाड़ की वारदातें ज्यादा होती हैं, उन्हें भी इसमें शामिल किया जाएगा।”
महिलाओं की शिकायतों और सुझावों के आधार पर पैट्रोलिंग भी की जाएगी।
लखनऊ पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि ‘पिंक पेट्रोल’ को जरूरत के अनुसार रात में भी तैनात किया जा सकता है। बल को सीधे 1090, 112 और एकीकृत नियंत्रण कक्ष के साथ करीबी पुलिस स्टेशन से जोड़ा जाएगा ताकि जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त पुलिस बल तुरंत भेजा जा सके।
–आईएएनएस
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