✅ Janmat Samachar.com© provides latest news from India and the world. Get latest headlines from Viral,Entertainment, Khaas khabar, Fact Check, Entertainment.

नीतीश कुमार

माइनॉरिटी फ्रंट: किसान विरोधी केंद्रीय कानून का नीतीश को खुलकर विरोध करना चाहिए

नई दिल्ली। ऑल इंडिया माइनॉरिटी फ्रंट ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछा है कि वह बताएं कि मोदी जी का साथ उनके लिए अब आपदा है या अवसर! क्योंकि एलजेपी नेता चिराग पासवान ने कह दिया हैं कि बिहार में अगली सरकार भाजपा और एलजेपी मिलकर बनाएगी, जिसमें नीतीश बाबू कहीं नहीं होंगे। फ्रंट ने नीतीश से यह भी पूछा है कि क्या उन्हें इस स्तिथि में केंद्र सरकार के जनविरोधी कानूनों और उसकी नीतियों के साथ रहने का कोई पछतावा है। अगर है तो वह भाजपा के  राष्ट्रविरोधीन कृत्यों के साथ खड़े रहने के लिए बिहार और देश की जनता से माफी मांगे।
ऑल इंडिया माइनॉरिटी फ्रंट के अध्यक्ष एस एम आसिफ ने यहां पटना से जारी बयान में कहा है कि भले ही मोदी जी और नीतीशजी एक मंच से चुनाव सभाओं को संबोधित कर रहे हैं लेकिन  चिराग पासवान की भाषा कह रही है कि एनडीए और मोदी सरकार  चिराग व उनकी पार्टी के साथ हैं, आसिफ ने कहा कि लगता है बिहार में जेडीयू के जनाधार यानि उसकी ज़मीन पर भाजपा काबिज़ हो चुकी है, इसलिए दलित नेता के रूप में चिराग पासवान को हवा दे रही है। ताकि दलित मतदाताओं को भ्रमित कर सके।
 आसिफ ने कहा है कि मतदान का दूसरा चरण खत्म हो रहा है। नीतीश कुमार को अपनी बचीखुची साख बचानी है तो अब भाजपा की जी हुजूरी छोड़ दें। और एनडीए के तमाम जनविरोधी कृत्यों और कानूनों का समर्थन कारने के लिए माफी मांगे।आसिफ ने कहा है कि नीतीश कुमार को CAA सीएए और NRC एनआरसी पर दोबारा अपनी राय स्पष्ट करनी चाहिए । इसी के साथ मुख्यमंत्री फौरन घोषित करें कि बिहार में कृषि और किसानों को तबाह करने वाला तीनों कृषि कानून नहीं लागू होगा। उन्हें केंद्र सरकार और मोदी की बिहार और देशविरोधी नीतियों के खिलाफ खुलकर सामने आना चाहिए।

About Author