मुंबई| अफगानिस्तान की नवनियुक्त महावाणिज्य दूत जकिया वारदाक ने मुंबई में अपना पद ग्रहण किया है। वारदाक अफगानिस्तान की ओर से यह पद संभालने वाली पहली महिला हैं। अधिकारियों ने सोमवार को यहां कहा कि वारदाक ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से शिष्टाचार भेंट की है।
द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को बढ़ावा देने के लिए अपनी इच्छा व्यक्त करते हुए जकिया ने कहा कि ईरान में चाबहार पोर्ट के खुलने के साथ ही दोनों देशों के बीच व्यापार काफी बढ़ सकता है, जो कि अफगानिस्तान के दक्षिण में स्थित है।
उन्होंने चाबहार पोर्ट मार्ग को बढ़ावा देने का वादा करते हुए कहा कि कुछ नियामक बाधाएं चाबहार पोर्ट के इष्टतम उपयोग को रोकती हैं, जो सीधे मुंबई में न्हावा-शेवा पोर्ट और गुजरात में कांडला पोर्ट से जुड़ा हुआ है।
इसके अलावा राज्यपाल कोश्यारी ने आश्वासन दिया कि वह दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय समस्याओं को सुलझाने और व्यापार को बढ़ावा देने के लिए विदेश मंत्रालय के साथ अपने कार्यालयों का बेहतर उपयोग करेंगे।
जकिया ने अफगानिस्तान में नए संसद भवन के निर्माण में मदद करने और बड़ी संख्या में छात्रों को अकादमिक छात्रवृत्ति प्रदान करने के लिए भारत का आभार व्यक्त किया।
यह बताते हुए कि वह अफगानिस्तान में ‘भारतीयों, विशेष रूप से सिखों’ के बीच पली-बढ़ी है, जकिया ने कहा, “दोनों देशों के लोगों के बीच कोई मतभेद नहीं हैं।”
इसके अलावा उन्होंने बॉलीवुड फिल्मों को हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए अच्छा काम करने के लिए बधाई भी दी।
–आईएएनएस
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