मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आमजन के मन में पदों पर बैठे लोगों के जीवन में मौज-मस्ती भरा होने का आभास होता है, जबकि हकीकत इससे अलग होती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पद में लोगों को जलवे नजर आते हैं, मगर इस पद पर रहते हुए काम करना आसान नहीं है।
राजधानी पत्रकार गृह निर्माण सहकारी संस्था मर्यादित के कार्यालय और द्वार के लोकार्पण समारोह में रविवार को चौहान ने कहा, “लोगों को लगता है कि पत्रकार के क्या जलवे हैं, मगर हकीकत यह है कि वे पूरे दिन भागते फिरते हैं और जो विज्ञापन आदि में आमदनी होती है, वह तो सारी मालिकों के खाते में चली जाती है। दैनिक अखबारों में काम करने वाला शायद ही ऐसा कोई पत्रकार होगा, जो रात के दो बजे से पहले घर पहुंचता होगा, बड़ा कठिन और चुनौतीपूर्ण पेशा है यह।”
उन्होंने कहा, “लोग मेरे अर्थात मुख्यमंत्री के बारे में ऐसा ही कुछ सोचते होंगे, मगर ऐसा है नहीं, क्योंकि जो व्यक्ति पूरी ईमानदारी से काम करता है, उसके लिए इस पद की जिम्मेदारी निभाना आसान नहीं है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह कोशिश करेंगे कि सोसायटी को आवंटित जमीन की सारी औपचारिकताएं पूरी हो जाएं, ताकि पत्रकारों को आवास बनाने के लिए बैंक से कर्ज आसानी से मिल सकें। ऐसा इसलिए, क्योंकि बहुत कम ऐसे पत्रकार होंगे, जो मकान निर्माण के लिए अपने स्तर पर रकम जुटा सकें।
इस समारोह में सांसद आलोक संजर, सहकारिता राज्यमंत्री विश्वास सारंग और बड़ी संख्या में पत्रकार मौजूद थे। इससे पहले मुख्यमंत्री ने द्वार और सोसायटी के कार्यालय का शुभारंभ किया।
और भी हैं
केजरीवाल की ‘पारदर्शी राजनीति’ की खुली पोल, शराब घोटाले का बनाया कीर्तिमान : राहुल गांधी
दिल्ली चुनाव : नई दिल्ली सीट से केजरीवाल को अन्ना आंदोलन के उनके साथी देंगे चुनौती
‘दिल्ली में फिर बनेगी केजरीवाल की सरकार’ : गोपाल राय