नई दिल्ली, 15 सितंबर ल ने पार्टी नेताओं संबोधित करते हुए कहा, “मैं जब जेल में था तो भाजपा वालों ने पूछा कि केजरीवाल ने अपने पद से इस्तीफा क्यों नहीं दिया है। इन्होंने विपक्ष के सभी लोगों के खिलाफ केस दर्ज किए। आज दिल्ली के लिए कितना कुछ कर पाए क्योंकि हम ईमानदार हैं। ये लोग हमारी ईमानदारी से डरते हैं, क्योंकि ये ईमानदार नहीं है।” उन्होंने ऐलान किया, आज मैं आप की अदालत में आया हूं, जनता की अदालत में आया हूं। आपसे पूछने आया हूं कि क्या आप केजरीवाल को ईमानदार मानते हो कि गुनहगार मानते हो। दो दिन के बाद मैं सीएम पद से इस्तीफा देने जा रहा हूं। मैं तब तक सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा जब तक जनता अपना फैसला ना सुना दे। आप अपना फैसला सुनाओगे तब मैं जाकर उस कुर्सी पर बैठूंगा।
आपको लग रहा होगा कि अब में ऐसा क्यों बोल रहा हूं, इन्होंने मुझपर आरोप लगाया है कि केजरीवाल चोर है, भ्रष्टाचारी है, इस काम के लिए नहीं आया था मैं। केजरीवाल ने भगवान राम के वनवास का जिक्र करते हुए कहा, 14 साल के बाद भगवान राम वनवास से लौटे तो सीता मैया को अग्निपरीक्षा देनी पड़ी थी। आज मैं जेल से लौटा हूं, मुझे अग्निपरीक्षा देनी होगी। फरवरी में चुनाव हैं, मैं मांग करता हूं कि ये चुनाव नवंबर में महाराष्ट्र के साथ कराए जाएं। जब तक आपका फैसला नहीं आएगा तब तक मैं जिम्मेदारी नहीं संभालूंगा और जब तक चुनाव नहीं होता तब तक मेरी जगह आम आदमी पार्टी से कोई और सीएम बनेगा। उन्होंने आगे कहा कि जनता के आशीर्वाद से भाजपा के सारे षड्यंत्र का मुकाबला करने की ताकत रखते हैं।
भाजपा के आगे हम ना झुकेंगे ना रुकेंगे और ना बिकेंगे। मैं पैसे से सत्ता और सत्ता से पैसे के इस खेल का हिस्सा बनने नहीं आया था। बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से शुक्रवार को जमानत मिल गई थी। उसी दिन ही वह जेल से बाहर आ गए। इस दौरान पार्टी नेताओं ने उनकी रिहाई पर खुशी जाहिर की थी।
–आईएएनएस
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