नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत-चीन के बीच जारी गतिरोध को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर मंगलवार को एक बार फिर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने यह स्वीकार कर कि चीन ने भारतीय भूमि पर कब्जा नहीं किया है, भारत की स्थिति को नष्ट कर दी है और सेना के साथ धोखा किया है। राहुल ने कहा कि भारतीय जमीन पर जबरन कब्जा अस्वीकार्य है और चीन को इसकी अनुमति नहीं दी जा सकती है।
कांग्रेस कार्यकारिणी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में राहुल गांधी ने कहा, “चीन ने हमारे क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है। प्रधानमंत्री ने हमारी स्थिति को नष्ट कर दी है और यह स्वीकार करके हमारी सेना को धोखा दिया है कि उन्होंने किसी भारतीय जमीन पर कब्जा नहीं किया है। हमारी भूमि पर यह अस्वीकार्य है और चीन को ऐसे ही जाने नहीं जा सकता है।” उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ न जाए।
राहुल गांधी की यह टिप्पणी प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा शनिवार को दिए उस बयान के बाद आई है, जिसमें कहा गया था कि मोदी का स्पष्ट कहना है कि भारत एलएसी पर किसी भी तरह के अतिक्रमण के प्रयासों का पुरजोर तरीके से जवाब देगा।
पीएमओ ने कहा कि शुक्रवार की सर्वदलीय बैठक में मोदी द्वारा दिए गए बयान की कुछ हलकों में ‘गलत व्याख्या’ करने की कोशिश की जा रही है।
शुक्रवार की सर्वदलीय बैठक 14-15 जून की रात चीन की पीपल लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के साथ संघर्ष में गलवान घाटी में 20 भारतीय जवानों के शहीद होने के बाद बुलाई गई थी।
पीएमओ ने कहा था कि प्रधानमंत्री ने खासतौर से जोर देकर कहा था कि भारतीय सेना अब एलएसी पर किसी उल्लंघन का निर्णाय रूप से जवाब दे रही है।
केरल के वायनाड से सांसद राहुल ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, “चीन की इस हरकत का एक कारण विदेश नीति की पूर्ण विफलता है।”
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कूटनीति के स्थापित सांस्थानिक ढाचे को ध्वस्त कर दिया है। उन्होंने कहा, “किसी समय हमारे मित्रवत रहे पड़ोसियों के साथ हमारे संबंध बिखर गए हैं। हमारे पारंपरिक सहयोगियों के साथ हमारे समयसिद्ध रिश्ते बाधित हो गए हैं। भारत को अमेरिका और अन्य देशों के साथ एक अच्दे रिश्ते विकसित करने चाहिए और अपने पुराने मित्रों के साथ भी हरहाल में अच्छे संबंध बनाए रखने चाहिए।”
–आईएएनएस
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