ई दिल्ली : कांग्रेस ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सबसे ज्यादा रोजगार खत्म करने वाला करारा दिया। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी दर 45 साल के सबसे निचले स्तर पर है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक संवाददाता सम्मेलन में नेशनल सैंपल सर्वे ऑफिस (एनएसएसओ) सहित कई दूसरे स्रोतों का हवाला दिया और युवाओं में बेरोजगारी के मुद्दे को उठाया।
उन्होंने कहा, “भारत के युवाओं के सामने नौकरियों का सबसे बड़ा संकट है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) के सर्वे के अनुसार बेरोजगारी दर 7.2 फीसदी पहुंच गई है। नेशनल सैंपल सर्वे ऑफिस (एनएसएसओ) की रिपोर्ट के अनुसार बेरोजगारी दर 6.1 फीसदी है।”
सुरजेवाला ने कहा, “युवाओं की बेरोजगारी दर 13-27 फीसदी के अपने सबसे खतरनाक स्तर पर है। देश में मोदीनॉमिक्स, पकौड़ानामिक्स की पर्याय हो गई है। देश के युवाओं की नौकरियों, आशाओं व भविष्य को सबसे ज्यादा तबाह करने वाले नरेंद्र मोदी अकेले व्यक्ति हैं।”
उन्होंने कहा कि नोटबंदी ने अकेले देश में 1.5 करोड़ नौकरियां खत्म कर दी और जीडीपी को दो फीसदी गिरा दिया।
उन्होंने कहा, “सीएमआईई के अनुसार, भारत को अकेले 2018 में 1.1 करोड़ नौकरियों का नुकसान हुआ। ग्रामीण भारत में नुकसान और बड़ा है। ग्रामीण भारत ने अनुमान के मुताबिक 91 लाख नौकरियां खो दी, जबकि शहरी भारत में 18 लाख नौकरियों का नुकसान हुआ है।”
उन्होंने कहा, “ग्रामीण भारत, भारत की जनसंख्या का दो-तिहाई है, लेकिन इसमें 84 फीसदी नौकरियों का नुकसान हुआ है।”
सुरजेवाला ने कहा, “नौकरियों का संकट देश में अभूतपूर्व बेरोजगारी को दिखा रहा है। इसे इस तथ्य से अंदाजा लगाया जा सकता है कि 90,000 रेलवे की नौकरियों के लिए कई पीएचडी धारकों सहित 2.8 करोड़ लोगों ने अपने आवेदन भेजे .. उत्तर प्रदेश में 23,00,000 युवाओं ने चपरासी के 386 पदों के लिए आवेदन किए।”
–आईएएनएस
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