नई दिल्ली। ऑल इंडिया माइनॉरिटी के अध्यक्ष एस एम आसिफ ने जंगल का शहज़ादा की टिप्पणी पर कहा है कि प्रधानमंत्री को अपने पद की गरिमा की लाज रखनी होगी उन्हें समझना चाहिए की वे संघ प्रचारक नहीं बल्कि विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के मुखिया हैं। और देश को विश्व में आदर के साथ देखा जाता है।
आसिफ ने कहा वे एनडीए शासन की तारीफ कर रहे हैं उस सरकार के तहत अपराधियों का जंगल राज बढ़ है। इसके लिए नीतीश सरकार पूरी तरह से जिम्मेवार है। आसिफ ने कहा कि
इनके शासन के दौरान 2005 से 2019, 150 प्रतिशत अपराध बढ़ा है । 2005 में उदाहरण के तौर पर आंकड़ा 1 लाख 7 हजार था, 2019 में 2 लाख 69 हजार है, यह अपराधों में 150 प्रतिशत की बढ़ोतरी है।
हर दिन यहां 750 जघन्य अपराध होते हैं। फिरौती, अपहरण, महिलाओं से संबंधित अपराध, बलात्कार और उसके अलावा, भारत में बिहार में एक उपलब्धि जरुर है, सुशासन बाबू ने बिहार को नंबर दो स्थान दिया मिला है, खून, अटेंप्टेड मर्डर की श्रेणी में। इसी बिहार में माता की मूर्ति की रक्षा के लिए बैठे निहत्थों पर हमला किया जाता है। ये कैसी सरकार है, निर्दयता की कोई सीमा होती है। आपको मालूम है उसका नाम, जिसकी हत्या हुई, अनुराग, एक मासूम संबंधित व्यक्ति, सिर्फ पूजा पाठ और सेवा करता है। वहां दर्जनों लोग घायल हुए हैं। इसकी जानकारी न पीएम को न सीएम को? दोनो खामोश और कहते हैं बिहार में सुशासन है। अगर यह सुशासन है तो प्रधानमंत्री मोदी खुद बताएं कि जंगल राज कैसा होता है।
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