नई दिल्ली, 9 जून । राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी मामले को उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने बेहद गंभीर बताया है। उन्होंने सोमवार को कहा कि समाज ने शायद ही कभी ऐसा अपराध देखा हो। जिस तरह से एक शातिर दिमाग ने एक नवविवाहित व्यक्ति की जीवन लीला समाप्त करने की साजिश रची, वह बेहद परेशान करने वाला है।
पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने कहा कि सोनम ने प्लान के तहत वापसी का टिकट नहीं कराया था। पूरे मनोयोग और सोच-समझ के साथ यह विवाह किया गया। विवाह के बाद आरोपी सोनम ने ही इसकी प्लानिंग की थी। ऐसे दुर्गम स्थानों पर वही लोग जाते हैं, जिसका उद्देश्य किसी की हत्या करना होता है। पुलिस ने बहुत कम समय में मामले को अंजाम तक पहुंचाया है।
उन्होंने कहा कि सोनम का परिवार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है। जिस तरह से वर्तमान पुलिस और विवेचकों ने काम किया है, मुझे पूरा विश्वास है कि इसका सफल अनावरण होगा। इस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कर जल्द से जल्द दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। इसका कोई औचित्य नहीं कि इस मामले में किसी अन्य विवेचक या एजेंसी को इसकी विवेचना दी जाए। मेघालय पुलिस ने सफल अनावरण किया है और इसमें सहयोग मामले से संबंधित सभी पुलिस बल ने किया है।
बता दें कि इस पूरे मामले में पुलिस का आरोप है कि 25 वर्षीय सोनम रघुवंशी ने अपने 30 वर्षीय पति राजा की हत्या के लिए हत्यारों को किराए पर बुलाया था, जब वे पूर्वोत्तर के छोटे से राज्य मेघालय की यात्रा पर थे। इस पूरे मामले में चार लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है।
सोनम के पिता देवी सिंह ने अपनी बेटी का बचाव करते हुए कहा कि “वह निर्दोष है और वह ऐसा नहीं कर सकती।”
वहीं मेघालय पुलिस के अनुसार, सोनम ने हनीमून की आड़ में हत्या की योजना बनाई। पुलिस का दावा है कि सोनम का राज कुशवाहा के साथ प्रेम संबंध था, जो उसके भाई गौरव रघुवंशी की कंपनी में अकाउंटेंट था। हत्या में इस्तेमाल चाकू भी बरामद किया गया।
–आईएएनएस
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